(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Delhi News: महिला दिवस पर BSF की 36 महिला बाइकर्स ने दिल्ली से कन्याकुमारी तक का सफर किया शुरू, दिया ये संदेश
Delhi News: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने महिला डेयरडेविल मोटरसाइकिल टीम को कन्याकुमारी के लिए रवाना किया. ये कन्याकुमारी और आगे चेन्नई तक महिला सशक्तिकरण का संदेश देंगी.
BSF women bikers: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अपनी सभी महिला डेयरडेविल मोटरसाइकिल टीम को कन्याकुमारी के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. बीएसएफ वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन (बीडब्ल्यूडब्ल्यूए) की अध्यक्ष नुपुर सिंह ने बीएसएफ सीमा भवानी शौर्य अभियान "सशक्तिकरण सवारी - 2022", महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एक संगठनात्मक मिशन को इंडिया गेट से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
सीमा भवानी के नाम से भी जानी जाती हैं बीएसएफ की महिला जवान
रॉयल एनफील्ड के सहयोग से आयोजित बीएसएफ सीमा भवानी ऑल-वुमन डेयरडेविल मोटरसाइकिल टीम के 36 सदस्यों ने इंस्पेक्टर हिमांशु सिरोही के नेतृत्व में 5,280 किलोमीटर की सवारी शुरू की. जो देश भर के प्रमुख शहरों से कन्याकुमारी और आगे चेन्नई तक महिला सशक्तिकरण का संदेश देगी. यह अभियान देश की लंबाई और चौड़ाई के माध्यम से यात्रा करने के लिए है. दिल्ली में इंडिया गेट से शुरू होने वाले ऐतिहासिक स्थलों को कवर करते हुए पंजाब में वाघा अटारी बॉर्डर और गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की ओर जाने से पहले चेन्नई, तमिलनाडु में रॉयल एनफील्ड के इंडिया टेक्निकल सेंटर में समापन होगा.
28 मार्च को अपने अंतिम गंतव्य पर पहुंचेगा
बीएसएफ की बाइकर्स ने बताया "अभियान चंडीगढ़, अमृतसर, अटारी, बीकानेर, जयपुर, उदयपुर, गांधीनगर, केवडिया, नासिक, सोलापुर, हैदराबाद, अनंतपुर, बेंगलुरु और कन्याकुमारी से होते हुए 28 मार्च को चेन्नई में अपने अंतिम गंतव्य पर पहुंचेगा." टीम स्कूली बच्चों, एनसीसी वॉलेंटियर्स और युवाओं, विभिन्न राइडिंग समुदायों और दर्शकों के साथ भी बातचीत करेगी और पूर्वाग्रह, रूढ़िवादिता और भेदभाव से मुक्ति पर जोर देते हुए महिलाओं की क्षमता के बारे में जागरुक करेंगी.
इस अवसर पर बीडब्ल्यूडब्ल्यूए अध्यक्ष सिंह ने देश के विकास में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में बल के प्रयासों की सराहना की. इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं की जागरुक बनाना है. ताकि देश भर में युवा लड़कियों और महिलाओं को राष्ट्र के भविष्य को आकार देने के साथ-साथ बीएसएफ के रैंक में शामिल होने में प्रमुख भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके.
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