Delhi Crime News: राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा पर उठे सवाल, चार दिनों में छह महिलाओं की अलग-अलग घटनाओं में मौत
Delhi News: दिल्ली में पिछले 4 दिनों में छह महिलाओं की आपराधिक घटनाओं में मौत हो गई. यहां पिछले कुछ सालों में महिलाओ के खिलाफ आराधिक मामले बढ़े हैं, जिससे महिला सुरक्षा को बड़ा सवाल खड़ा गया है.
Records of Women Crimes in Delhi: देश की राष्ट्रीय राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति क्या है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि, दिल्ली (Delhi) में पिछले चार दिनों में सोमवार तक कम से कम छह महिलाओं की या तो हत्या कर दी गई या वह मृत अवस्था में पाई गई. सोमवार तक दिल्ली में दर्ज हुए छः मामलों में से 2 महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया, उनमें से एक पीड़िता नाबालिग थी और मानसिक रूप से विकलांग भी थी.
पिछले चार दिनों में घटी छह घटनाओं में से चार महिलाएं उन लोगों का शिकार हुयीं जो उन्हें जानते थे या रोज उनका पीछा किया करते थे. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में साल 2020 में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के 10 हजार 93 से अधिक मामले दर्ज किए गए, यह मामले मुंबई, पुणे, गाजियाबाद और बेंगलुरु में दर्ज मामलों के मुकाबले दोगुने से भी अधिक हैं.
एनसीआरबी (NCRB) की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में दर्ज कुल मामलों में से 997 बलात्कार, 110 दहेज हत्या के मामले, महिलाओं की मर्यादा और शील भंग करने के 1840 मामले, जबकि 326 महिला उत्पीड़न के मामले दर्ज किये गये. इन सभी मामलों में अपराधी अक्सर पीड़िता के जानने वाले थे. दिल्ली में हर साल कम से कम 1,500 बलात्कार के मामले दर्ज होते हैं. जिनमें से 2 फीसद से भी कम मामले ऐसे होते हैं, जहां अपराधी पीड़ित के लिए अजनबी होते हैं. वहीं 98 फीसदी मामलों में कथित बलात्कारी आमतौर पर दोस्त, पड़ोसी, परिवार के सदस्य, साथी या पीड़िता का कोई परिचित होता है.
दिल्ली में हर दिन होते हैं 21 लोग स्नैचरों का शिकार
राष्ट्रीय राजधानी में स्नैचिंग होने वाले अपराधों में सबसे आम है. दिल्ली पुलिस के जरिये जारी आपराधिक आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में हर दिन 21 लोग स्नैचरों का शिकार होते हैं. शहर में स्नैचिंग की संख्या 2020 में भी लगभग सामान थी. दिल्ली में होने वाले कई स्नैचिंग मामलों में शामिल रहने वाले 41 वर्षीय मनीष सिंह जमानत पर बाहर है. पुलिस ने मनीष सिंह के बारे में बताया कि, वह 14 साल के आपराधिक करियर में इस तरह के लगभग 106 ऐसे मामलों में शामिल था.
दिल्ली पुलिस में डीसीपी के पद से रिटायर्ड एलएन राव ने कहा, स्नैचिंग के लिए महिलाएं होती हैं सॉफ्ट टारगेट
पुलिस विशेषज्ञ एलएन राव, जिन्होंने तीन दशकों से अधिक समय तक दिल्ली पुलिस के साथ काम किया और वह डीसीपी के पद पर रिटायर हुए. उन्होंने स्नैचिंग को लेकर कहा कि, "स्नैचिंग अपराध को रोकने के लिये, पुलिस की पहली प्राथमिकता में शामिल होनी चाहिए." एलएन राव ने कहा कि, "स्नैचर्स के लिए महिलाएं सॉफ्ट टारगेट होती हैं. पुलिस को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि, इन स्नैचरों के कारण कोई भी नागरिक अपने घरों से बाहर निकलने से न डरे."
उन्होंने कहा कि, "शहर में बाइक चोरों की पहचान करनी चाहिए. स्नैचिंग की घटनाओं में आमतौर पर, स्नैचरों के जरिये यही चोरी की बाइक इस्तेमाल की जाती है." एलएन राव ने कहा कि, "इसमें शामिल अपराधियों को गिरफ्तार कर, चोरी किये गए सामान को बरामद करने और इस पर लगाम लगाने के लिए, नई रणनीतियों पर काम करना चाहिए."
यह भी पढ़ें:
Delhi के 'तीन मूर्ति हाइफा चौक' का क्या है इजराइल से कनेक्शन, जानिए इसके नाम के पीछे का किस्सा