Delhi News Today: बाहरी दिल्ली के अशोक विहार इलाके से एक दर्दनाक हादसा सामने आया है, यहां के शहीद सुखदेव कॉलोनी में बीते रविवार (18 अगस्त) को एक 7 वर्षीय मासूम प्रिंस घर से शौच के लिए निकला था. इसी दौरान नाले में गिरने से प्रिंस की मौत हो गई. 


हादसे का पता बच्चे के परिजनों को तब चला जब उसे तलाश करके थक चुके परिजनों ने बच्चे की गुमशुदगी की शिकायत अशोक विहार थाने की पुलिस को दी. बच्चे की तलाशी अभियान के दौरान पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से नालों में भी प्रिंस की तलाश शुरू की. 


पुलिस को नाले में नजर आया था प्रिंस का पैर
तलाश के दौरान रात साढ़े 8 बजे उन्हें घर से कुछ ही दूरी पर स्थित एक खुले नाले में प्रिंस का पैर नजर आया, जिसके बाद उसके शव को नाले से बाहर निकाला गया. इस घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में हड़कंप मच गया.


रविवार की रात को बरामद किए गए शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, जिसे अगले दिन यानी सोमवार की सुबह 11 बजे उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया.


रक्षा-बंधन पर आया भाई का शव
प्रिंस के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है, उनकी आंखों से बहते आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. रक्षा-बंधन के दिन उसकी 4 साल की बहन जो उसे राखी बांधने वाली थी, उसने आंसुओं से अपने भाई को अंतिम विदाई. 


प्रिंस की मां ने बताया कि हर दिन वह अपने बेटे को शौच कराने ले जाती थी, लेकिन रविवार को कुछ काम होने की वजह से उसके साथ नहीं जा सकी. इसके बाद वह अकेले ही चला गया और यह हादसा हो गया. मृतक की मां के मुताबिक, कॉलोनी की सड़क के साथ लगे नाले में कई जगह स्लैब नहीं हैं, अगर ये नाले ढंके होते तो उनका बेटा आज जिंदा होता.


पुलिस ने क्या कहा?
उत्तर पश्चिमी DCP जितेंद्र मीना ने मीडिया को हादसे की जगह दिखाते हुए कहा कि इसी नाले से रविवार को बच्चे की डूबी हुई लाश बरामद हुई थी. जिसके बाद उसे निकाला गया और जांच में मृत पाया गया. इस संबंध में लापरवाही का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है. उन्होंने बताया कि एमसीडी और पीडब्लूडी से नाले के रख-रखाव से संबंधित अधिकारियों की जानकारी मांगी है.


आप और बीजेपी में छिड़ी जुबानी जंग
दूसरी तरफ अब इस मामले में सियासत भी शुरू हो गई है. इस हादसे के बाद बीजेपी ने दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. बीजेपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इसके लिए सीधे तौर पर डीएसआईडीसी और दिल्ली नगर निगम को जिम्मेदार ठहराया है.


आम आदमी पार्टी ने बच्चे की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए बीजेपी को इस मामले में राजनीति न करने की सलाह दी है. बीजेपी के आरोप पर पलटवार करते हुए आप ने कहा कि "स्थानीय पार्षद बीजेपी का ही है." 


साथ ही उन्होंने उपराज्यपाल पर निशाना साधते हुए कहा कि "आप सरकार ने यहां पर टॉयलेट बनवाया था, जिसे उपराज्यपाल के आदेश पर तोड़ दिया गया. अगर टॉयलेट होता तो बच्चे को खुले में शौच के लिए नहीं जाना पड़ता और नाले में डूबने से मौत भी नहीं होती."


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