Delhi: दिल्ली नर्सेज फेडरेशन (DNF) ने कहा है कि वे कोविड ड्यूटी के दौरान मरने वाली नर्सों के परिवारों को अभी तक मुआवजा जारी नहीं होने के चलते हड़ताल पर जाएंगे. डीएनएफ के महासचिव लीलाधर रामचंदानी के अनुसार, दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में काम करने वाली आठ नर्सों की महामारी की दूसरी लहर के दौरान मृत्यु हो गई थी और उनके परिवारों को अभी तक 1 करोड़ रुपये का अनुग्रह मुआवजा नहीं मिला है, जिसका वादा सरकार ने पिछले साल मई में किया था.


मुआवजा राशि के भगुतान के लिए नर्स निकाय ने दिया सात दिन का समय


इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक नर्सों के निकाय द्वारा उपराज्यपाल अनिल बैजल के कार्यालय भेजे गए पत्र में लिखा गया है,“यह बहुत दुख की बात है कि लगभग एक साल बीत जाने के बाद भी, नर्सिंग अधिकारियों को एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है. इससे पूरे नर्सिंग कैडर में रोष है. हमारी मांग है कि मुआवजा राशि का सात दिनों के भीतर भुगतान किया जाए अन्यथा हम हड़ताल या आंदोलन पर जाने के लिए मजबूर हो जाएंगे. ”


24 और 25 जनवरी को यूनिफॉर्म के साथ काली पट्टी बांधकर नर्सें करेंगी विरोध


उन्होंने कहा है कि अगर तब तक राशि जारी नहीं की गई तो नर्सें 24 और 25 जनवरी को यूनिफॉर्म के साथ काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराएंगी. पत्र में आगे लिखा गया है कि, “27 जनवरी 2022 से, सभी नर्सिंग अधिकारी दो घंटे के लिए बाहर आएंगे और शांतिपूर्ण तरीके से विरोध दर्ज करेंगे, इस दौरान मरीजों की देखभाल प्रभावित नहीं होगी. लेकिन इसके बाद भी अगर शहीदों के परिवारों को राशि का भुगतान नहीं किया गया तो पूरा नर्सिंग कैडर बिना किसी नोटिस के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चला जाएगा.


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