Delhi News: जेएनयू के गोदावरी हॉस्टल में आधी रात को छत का एक हिस्सा टूटकर गिरा, बाल-बाल बचीं कमरे में सो रही छात्राएं
Delhi News: इससे पहले इसी साल अप्रैल के महीने में जेएनयू के साबरमती हॉस्टल के बाथरूम की छत एक छात्र के ऊपर गिर गई थी, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया था.
Delhi News: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के गोदावरी हॉस्टल में मंगलवार एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. हॉस्टल के कमरे की छत का एक हिस्सा अचानक से गिर गया. हालांकि गनीमत यह रही कि कमरे में मौजूद किसी भी छात्र को कोई चोट नहीं आयी. जानकारी के मुताबिक हादसा मंगलवार तड़के सुबह 3:00 बजे का है जब छात्राएं हॉस्टल के कमरे में सो रही थीं, तभी अचानक कमरे की छत्त का एक हिस्सा कमरे में रखी स्टडी टेबल पर आ गिरा.
पहली बार नहीं हुआ ऐसा हादसा
गोदावरी हॉस्टल की छात्राओं ने एबीपी न्यूज को बताया की यह पहली बार नहीं है जब यूनिवर्सिटी में इस तरीके का कोई हादसा हुआ है, इससे पहले इसी साल अप्रैल के महीने में साबरमती हॉस्टल के बाथरूम की छत एक छात्र के ऊपर गिर गई थी, जिसमें कि वो गंभीर रूप से घायल हो गया था. छात्रों द्वारा साझा की गई तस्वीरों में साफ तौर पर दिखाई दे रहा है कि मंगलवार को गोदावरी हॉस्टल के जिस कमरे की तस्वीर साझा की गई है. उस कमरे की फॉल सीलिंग से मलवा कमरे में मौजूद स्टडी टेबल पर गिरा हुआ है. जहां पर छात्रों का लैपटॉप और किताबें रखी हुई हैं. गनीमत यह रही कि उस वक्त स्टडी टेबल के आसपास कोई मौजूद नहीं था और इस हादसे की चपेट में आने से कमरे की छात्राएं बाल-बाल बच गईं.
एबीपी ने दिखाई थी जेएनयू की इमारतों की जर्जर हालत की तस्वीर
वहीं पिछले दिनों लगातार हुई बारिश के दौरान जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के अलग-अलग हॉस्टल और अन्य इमारतों की जर्जर हालत को एबीपी न्यूज़ द्वारा प्राथमिकता से दिखाया गया था, जिसके बाद JNU प्रशासन ने सभी हॉस्टल और अन्य इमारतों के रेनोवेशन को लेकर अपना प्लान भी साझा किया था. प्रशासन का कहना है कि सभी हॉस्टल के रेनोवेशन को लेकर अप्रूवल मिल गया है और इसको लेकर काम भी शुरू हो गया है.
किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है कॉलेज प्रशासन
वहीं छात्रों का कहना है कि सालों से सभी हॉस्टल के कमरों, मेस, टॉयलेट आदि की यही हालत हो रखी है. सालों से हॉस्टल की इमारतों में मरम्मत का काम नहीं करवाया गया है जिसको लेकर प्रशासन से कई बार शिकायत की गई लेकिन छात्रों की शिकायत पर प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है और ना ही कोई त्वरित एक्शन लिया जा रहा है जिस का ही नतीजा है कि आए दिन ऐसे हादसे देखने को मिल रहे हैं. छात्रों का कहना है कि क्या प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है.
यह भी पढ़ें: