MCD Chunav 2022: अगले 2 महीने में राजधानी दिल्ली के नगर निगम का चुनाव होने जा रहा है. 272 वार्ड के लिए प्रमुख चुनाव में आम आदमी पार्टी और बीजेपी आमने सामने हैं. चुनावों से पहले निगम में कार्यरत अस्थायी कर्मचारियों के नियमितीकरण का मामला गरमाया हुआ है. बीते दिन विधायक और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सोमनाथ भारती ने एसडीएमसी पर आरोप लगाया कि डीबीसी कर्मचारी और फील्ड वर्कर्स को निगम पक्का नहीं कर रहा है. डीबीसी कर्मचारी पिछले 22 सालों से निगम में सेवाएं दे रहे हैं, बावजूद इसके कर्मचारियों को पक्का नहीं किया जा रहा है बल्कि अनुबंध के आधार पर कर्मचारी काम कर रहे हैं.
सोमनाथ भारती ने कर्मचारियों को आश्वासन देते हुए कहा कि निगम चुनावों में आम आदमी पार्टी की जीत पर जल्द ही सभी कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा. इस बीच दक्षिण दिल्ली नगर निगम के मेयर मुकेश सूर्यान ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में दिल्ली सरकार पर मामले में झूठ बोलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पिछले 1 साल में तीन बार दिल्ली सरकार को डीबीसी कर्मचारियों और फील्ड वर्कर्स मामले की फाइल भेजी जा चुकी है, लेकिन तीनों बार दिल्ली सरकार ने फाइल पर बिना हस्ताक्षर किए वापस भेज दिया है. दिल्ली सरकार के असहयोग की वजह से मामले की प्रक्रिया अटकी हुई है.
दक्षिण दिल्ली नगर निगम में कार्यरत अनुबंधित कर्मचारियों को पक्का किए जाने के मामले में सबसे बड़ा रोड़ा खुद दिल्ली सरकार बन रही है. मेयर ने बताया कि 1 साल में तीन बार फाइल भेजे जाने के बावजूद बिना बात किए दिल्ली सरकार ने वापस भेज दिया और निगम को दिल्ली सरकार की तरफ से कोई भी सहयोग नहीं मिला.
निगम का फंड भी जबरन रोकने से इस प्रक्रिया को पूरा करने में दूसरी सबसे बड़ी अड़चन बन रहा है. एसडीएमसी मेयर ने कहा कि अगर दिल्ली सरकार कर्मचारियों के पक्का किए जाने वाली फाइल को पास कर देती है तो एमसीडी 24 घंटे के भीतर ही कर्मचारियों को पक्का कर देगी. उन्होंने कहा कि हाल ही में दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने वित्तीय वर्ष 2022-23 का अनुमानित बजट पेश करते हुए प्रस्ताव पास किया, जिसमें 1155 डीबीसी कर्मचारियों को पक्का किया जाना है. लेकिन पूरा मामला दिल्ली सरकार की वजह से रुका हुआ है क्योंकि कर्मचारियों को पक्का किए जाने के लिए कोई भी सहयोग नहीं मिल रहा है.
मेयर ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 5 वर्षों में दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के अलग-अलग विभागों में कार्यरत 1446 कर्मचारियों को पक्का किया जा चुका है. एसडीएमसी के पर्यावरण विभाग के 318, केंद्रीय संस्थापना विभाग के 91, इंजीनियर डिपार्टमेंट के 216, एजुकेशन डिपार्टमेंट के 82, कुल मिलाकर 1446 कर्मचारी 2017 से 2022 तक दक्षिण दिल्ली नगर निगम की ओर से पक्के किए जा चुके हैं.
डोमेस्टिक ब्रीडिंग ट्रैकर जिन्हें डीबीसी कर्मचारी कहा जाता है यह कर्मचारी दिल्ली में अलग-अलग घरों में जाकर डेंगू,मलेरिया,चिकनगुनिया जैसी बीमारियां फैलाने वाले मच्छर के लार्वा की पहचान करते हैं, और लोगों को दवाइयां देते हैं कोरोना काल में इन कर्मचारियों ने घर-घर जाकर कोरोना को लेकर भी डाटा कलेक्ट किया था.
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