Delhi Latest News: दिल्ली सरकार ने किंग्सवे कैंप स्थित सेवा कुटीर कॉम्प्लेक्स में अत्याधुनिक ग्राउंड प्लस पांच मंजिला एकीकृत भवन के निर्माण को मंजूरी दी है. 2,060 वर्ग मीटर के प्लिंथ एरिया वाली इस नई इमारत का निर्माण 12,215 वर्ग मीटर के परिसर में किया जाएगा. इस आधुनिक सुविधा का उद्देश्य बच्चों के लिए एक सुरक्षित, स्वस्थ और अनुकूल कॉम्प्लेक्स में प्रदान करना है.


दिल्ली के महिला एवं बाल विकास मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, "इस बहुमंजिला इमारत का निर्माण बच्चों को सर्वोत्तम देखभाल प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है. नई सुविधा के द्वारा यह सुनिश्चित होगा कि प्रत्येक बच्चे को सुरक्षा और पुनर्वास का बेहतर अवसर मिले, जिसके वे हकदार हैं. 


उन्होंने कहा कि यह जरूरतमंद बच्चों के कल्याण के प्रति दिल्ली सरकार के अटूट समर्पण का प्रमाण है.


दरअसल, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रबंधित सेवा कुटीर कॉम्प्लेक्स में लंबे समय से सेवा और सुरक्षा की आवश्यकता वाले बच्चों की देखभाल की जाती रही है. वर्तमान में यहाँत्रं किशोर न्याय बोर्ड (जेजेबी), अस्पताल एवं पुनर्वास केंद्र और लड़कों के लिए आब्जर्वेशन होम (ओएचबी) हैं.


पिछले कुछ वर्षों के दौरान मौजूदा बिल्डिंग काफी खराब हो गया है. यहां पर उपलब्ध सुविधाएं जरूरतों के हिसाब से बहुत कम हैं. 


इसके अलावा, जुलाई 2023 की बाढ़ के बाद पुनर्विकास की आवश्यकता और भी अधिक बढ़ गई. इस बाढ़ में सीवेज का पानी परिसर से भर गया था, जिससे वर्तमान भवन को गंभीर क्षति हुई थी. भवन की जर्जर हालत को देखते हुए इसका पुनर्निर्माण करना जरूरी माना जा रहा था. 


अब मॉडर्न सुविधाओं से लैस होगा कुटीर सेवा कॉम्प्लेक्स 



  • ग्राउंड+5 मंजिल के इस सेवा कुटीर कॉम्प्लेक्स को एक छत के नीचे एकीकृत और व्यापक सेवाएं प्रदान करने के लिए मकसद से डिजाइन किया गया है.

  • सेवा कुटीर कॉम्प्लेक्स के बेसमेंट और स्टिल्ट फ्लोर पर पार्किंग सुविधाएं, सुरक्षा नियंत्रण कक्षा, अग्नि नियंत्रण प्रणाली और हाउसकीपिंग रूम होगा.

  • ऊपरी भूतल पर न्यायिक सेवाएं, जिनमें 2 किशोर न्याय बोर्ड, बोर्डरूम, वल्नरेबल विटनेस रूम और कानूनी सहायता क्लीनिक आदि शामिल होंगे.

  • पहली मंजिल पर एक 73 बिस्तरों वाला अस्पताल एवं पुनर्वास केंद्र होगा. इस अस्पताल एवं पुनर्वास केंद्र में एक मिनी ऑपरेटिंग थिएटर, आपातकालीन कक्ष और परामर्श केंद्र भी होगा.दूसरी मंजिल पर भोजन और मनोरंजन क्षेत्र, कक्षाएं, एक बहुउद्देश्यीय हॉल और एक पुस्तकालय बनाए जाएंगे.

  • तीसरी और चौथी मंजिल पर परामर्श कक्ष, सुरक्षा कक्ष, कल्याण अधिकारी और स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के साथ, लड़कों के लिए अवलोकन गृह की दो इकाइयां, जिनमें कुल 100 बिस्तर हैं, बनाए जाएंगे.

  • सेवा कुटीर परिसर का पुनर्विकास मिशन वात्सल्य योजना, किशोर न्याय अधिनियम 2015 और किशोर न्याय मॉडल नियम 2016 के अनुरूप है.


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