राज्यसभा में AAP सांसद राघव चड्ढा ने उठाया पराली का मुद्दा, कहा- 'कोई भी किसान अपने मन से...'
Delhi News: राघव चड्ढा ने राज्यसभा में कहा कि किसी भी किसान को जबरन जेल में डालना ठीक नहीं है. कोई भी किसान अपने मन से पराली नहीं जलाता है. धान की फसल कटने के बाद किस के पास 10 से 12 दिन होते हैं.
Delhi News: आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने मंगलवार को दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण और पराली जलाने के मुद्दे को राज्यसभा में उठाया. राघव चड्ढा ने कहा कि किसी भी किसान को जबरन जेल में डालना ठीक नहीं है. कोई भी किसान अपने मन से पराली नहीं जलाता है. धान की फसल कटने के बाद किस के पास 10 से 12 दिन होते हैं.
राघव चड्ढा ने कहा, "अगर पराली को साफ नहीं किया जाएगा, तो अगली फसल में देरी होगी. इस वजह से किसानों को पराली जलानी पड़ती है. अगर पंजाब और हरियाणा के किसान को ढाई हजार रुपये (दो हजार केंद्र सरकार दे और 500 रुपये राज्य सरकार) प्रति एकड़ पराली के लिए देते हैं, तो पंजाब और हरियाणा का एक भी किसान पराली नहीं जलाएगा."
राघव ने इससे पहले उठाया ये मुद्दा
इससे पहले राघव चड्ढा ने शुक्रवार को बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और इस्कॉन मंदिर के महंत चिन्मय दास की गिरफ्तारी का मुद्दा राज्यसभा में उठाया था. उन्होंने सदन को नोटिस देकर बांग्लादेश के मुद्दे पर चर्चा करने की तत्काल मांग की थी.
उन्होंने कहा, "मैंने विदेश मंत्री से सदन को बताने का अनुरोध किया. बांग्लादेशी अधिकारियों से बातचीत में भारत सरकार ने अब तक कौन से कदम उठाए हैं. मैंने सवाल पूछे कि अब तक क्या परिणाम मिले हैं? क्या बांग्लादेश में हिंदू समुदाय अब सुरक्षित है? क्या महंत चिन्मय दास को जल्द रिहा किया जाएगा?"
AAP सांसद ने कहा, "मैंने सरकार से इन सभी सवालों के जवाब सदन में देने की मांग की. साथ ही, राज्यसभा में इन घटनाओं की निंदा करने के लिए एक प्रस्ताव लाने की भी अपील की. निंदा प्रस्ताव सभी पार्टियों की एक राय से पास किया जाना चाहिए. "