Delhi: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ JNU में ABVP का प्रदर्शन, फूंका चरमपंथियों का पुतला
Delhi News: ABVP जेएनयू इकाई के अध्यक्ष ने कहा कि हम बांग्लादेश में हो रही हिंदुओं के खिलाफ संगठित हिंसा की निंदा करते हैं. बांग्लादेश सरकार हिंदुओं और उनके धार्मिक स्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करे.
Delhi News: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) जेएनयू इकाई ने शनिवार (30 नवंबर) को बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में बांग्लादेशी कट्टरपंथी संगठनों का पुतला दहन किया. इस दौरान एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने मुखरता से बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की मांग उठाई.
बांग्लादेश में इस साल अगस्त में शेख हसीना को बढ़ते हिंसक आंदोलन के बाद त्यागपत्र देना पड़ा था, जिसके बाद उन्होंने भारत में शरण ली. एबीवीपी का कहना है कि इस घटना के बाद बांग्लादेश मुहम्मद युनूस की अंतरिम सरकार का गठन किया गया. इस नई सरकार के आने के बाद से ही बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों के खिलाफ एक संगठित हिंसा का दौर शुरू हो गया.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने छात्रों को अवगत कराया कि बीते दिनों पूरे बांग्लादेश में विशेषकर चिट्टागोंग के क्षेत्र में हिंदुओं के कई धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया गया है. साथ ही बांग्लादेश सरकार और पुलिस इस्लामिक कट्टरपंथियों को सजा देने के बजाय शांति से विरोध करने वाले हिंदुओं पर अत्याचार कर रही है.
एबीवीपी जेएनयू इकाई के अध्यक्ष ने क्या कहा?
इस मौके पर एबीवीपी जेएनयू इकाई के अध्यक्ष राजेश्वरकांत दूबे ने कहा, "हम बांग्लादेश में हो रही हिंदुओं के खिलाफ संगठित हिंसा की निंदा करते हैं. बांग्लादेश सरकार का दायित्व बनता है कि वह हिंदुओं और उनके धार्मिक स्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करे."
वहीं अभाविप जेएनयू इकाई की मंत्री शिखा स्वराज ने कहा, "भारत और बांग्लादेश के संबंध हमेशा से अच्छे रहे हैं, लेकिन बीते कुछ महीनों से हम वहां कट्टरपंथी मानसिकता को पनपते देख रहे हैं, जिसका निशाना वहां के हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय बन रहे हैं. यह पूर्ण रूप से असहनीय है, हम बांग्लादेश सरकार से मांग करते है कि वो शीघ्र अतिशीघ्र सभी दोषियों पर समुचित कार्रवाई करे और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे."