Delhi Acid attack: दिल्ली में 17 वर्षीय लड़की पर तेजाब से हमले के बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सवाल खड़ा किया है. मालीवाल ने कहा कि दिल्ली में तेजाब की खुदरा ब्रिकी पर प्रतिबंध के बाद भी तेजाब बाजार में सब्जी की तरह बिक रहा है. तेजाब की ब्रिकी को लेकर कई सामाजिक कार्यकर्त्ताओं ने सवाल उठाते हुए कहा है कि तेजाब पर प्रतिबंध सिर्फ कागजों तक सीमित है.


वहीं इस मामले पर बीजेपी सांसद गौतम गंभीर का भी बयान सामने आया है. गौतम गंभीर ने कहा कि तेजाब फेंकने वालों को सरेआम फांसी दी जानी चाहिए. ऐसे अपराध करने वालों में भयंकर दर्द पैदा करना जरूरी है.


आपको बता दें कि तेजाब के बढ़ते हमलों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 2013 में तेजाब की खुदरा ब्रिकी पर प्रतिबंध लगा दिया था और राज्य सरकारों को आदेश दिया था कि प्रत्येक तेजाब हमले की पीड़ित को 3 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए. कोर्ट के इसी आदेश का हवाला देते हुए मालीवाल ने कहा कि उच्चतम न्यायालय का निर्देश है कि गैरकानूनी तरीके से तेजाब बेचने वालों से वसूले जाने वाले जुर्माने की राशि का उपयोग तेजाब हमला पीड़ितों के पुनर्वास के लिए किया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है.


तेजाब बेचने वालों से वसूले गए 36 लाख
मालीवाल ने बताया कि इस साल अक्टूबर में जब उन्होनें दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेटों को नोटिस जारी कर पता किया था कि तेजाब बेचने वालों से कितना जुर्माना वसूल किया गया है इसपर उन्हें पता चला था कि जुर्माने के रूप में करीब 36 लाख रुपये वसूले गए है लेकिन उनका उपयोग तेजाब हमला पीड़ितों के लिए नहीं किया गया. 


तेजाब की खुदरा बिक्री पर नहीं लगा प्रतिबंध दुर्भाग्यपूर्ण 
ट्वीटर पर एक वीडियो जारी कर मालीवाल ने कहा है कि तेजाब की बिक्री पर प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने के लिए आयोग अदालत का दरवाजा खटखटा सकता है. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आयोग की सिफारिशों के बावजूद तेजाब की खुदरा बिक्री पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है. इसके अलावा दिल्ली में हुई घटना के आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए.


सामाजिक कार्यकर्ता योगिता भयाना का भी तेजाब हमले के बाद बयान सामने आया है कि प्रतिबंध के बावजूद जिन क्षेत्रों में तेजाब बिक रहा है वहां के जिला अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनपर जुर्माना लगाया जाना चाहिए या फिर उन्हें निलंबित किया जाना चाहिए.  


तेजाब हमला पीड़ितों के लिए काम करने वाले एनजीओ ‘ब्रेव सोल्स फाउंडेशन’ ने भी ट्वीट कर आपत्ति जताई है. उन्होनें कहा यह शर्म की बात है कि तेजाब हमला अब भी जारी है. दिल्ली उच्च न्यायालय में जनहित याचिका के बावजूद, हम तेजाब की बिक्री पर कोई प्रतिबंध और हमलावरों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं देखते हैं. कब तक इस जघन्य कृत्य को नजरअंदाज किया जाएगा? सरकार कब तक आंख मूंद कर काम करेगी?’’


वहीं आपकों बता दें कि तेजाब हमले की घटना पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर की है. जहां बीते बुधवार को जब 17 वर्षीय लड़की स्कूल जाने के लिए निकली तो दो बाइक सवार बदमाशों ने उसपर तेजाब फेंक दिया. गंभीर हालत में उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां आईसीयू में उसका इलाज चल रहा है.


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