AIIMS: दिल्ली एम्स में बढ़ेगी किडनी के इलाज की सुविधा, 15 डायलिसिस मशीनें लगाने की प्रक्रिया शुरू
Delhi AIIMS News: दिल्ली एम्स की ओपीडी में किडनी की बीमारियों से जुड़े हर साल करीब 59,500 मरीज देखे जाते हैं. करीब 12 हजार मरीज भर्ती होते हैं. वहीं 120 से 130 मरीजों का किडनी प्रत्यारोपण होता है.
Dialysis Machines In Delhi AIIMS: दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में किडनी (Kidney) का इलाज कराने वाले मरीजों की काफी संख्या को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने किडनी के इलाज की सुविधा को बढ़ाने का फैसला किया है. इसके तहत किडनी की बीमारियों से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए एम्स में 15 डायलिसिस मशीनें लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई हैं. जल्द ही ये मशीनें लग जाएंगी. साथ ही किडनी से संबंधित नेफ्रोलॉजी विभाग में 16 अतिरिक्त बेड भी एम्स प्रशासन ने उपलब्ध कराने का फैसला किया है. इससे एम्स में किडनी के इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों को थोड़ी राहत मिल जाएगी.
वर्तमान में एम्स की ओपीडी में किडनी की बीमारियों से जुड़े हर साल करीब 59,500 मरीज देखे जाते हैं और इनमें से करीब 12 हजार मरीज भर्ती होते हैं. हर साल 120 से 130 मरीजों का किडनी प्रत्यारोपण होता है. बेड की संख्या बढ़ने से अधिक मरीज भर्ती लिए जा सकेंगे. एम्स में लगभग तीन दशक से किडनी के इलाज की सुविधाओं में बढ़ोतरी नहीं हुई है.
एम्स में हर दिन देखे जाते हैं लगभग 200 मरीज
एम्स के नेफ्रोलॉजी विभाग के डॉक्टर ने बताया कि ओपीडी में किडनी की बीमारियों से पीड़ित करीब 200 मरीज हर दिन देखे जाते हैं. मरीजों के दबाव और संसाधन कम उपलब्ध होने के कारण ओपीडी के मरीजों को एम्स में डायलिसिस की सुविधा नहीं मिल पाती है. इसलिए एम्स में अधिक संख्या में डायलिसिस मशीनें और बेड बढ़ाए जाने की जरूरत हैं. 15 नई डायलिसिस मशीनें और 16 बेड के बढ़ाए जाने से मरीजों की समस्या का समाधना तो नहीं होगा, फिर भी पहले की तुलना अधिक मरीजों का इलाज सुनिश्चित हो सकेगा.
वर्तमान में 13 डायलिसिस मशीन और 24 बेड की है सुविधा
फिलहाल एम्स में किडनी मरीजों के इलाज के लिए 13 डायलिसिस मशीनें और 24 बेड उपलब्ध हैं. करीब तीन दशक से किडनी के इलाज की सुविधाओं में बढ़ोतरी नहीं हुई है. इस वजह से एम्स में किडनी प्रत्यारोपण के लिए एक से डेढ़ साल तक की वेटिंग है. इसके मद्देनजर नेफ्रोलॉजी विभाग लंबे समय से सुविधाएं बढ़ाने की मांग करता रहा है. पिछले साल नवंबर में एम्स प्रशासन ने 15 नई डायलिसिस मशीनें लगाने का निर्देश दिया था. लेकिन, करीब पांच महीने बीत जाने के बाद भी यह मशीनें अब तक नहीं लग पाई हैं.
जल्दी ही 40 बेड युक्त हो जाएगा नेफ्रोलॉजी विभाग
नेफ्रोलॉजी विभाग के एक वरिष्ठ डाक्टर ने बताया कि नई डायलिसिस मशीनें लगाने के लिए जगह चिन्हित कर ली गई हैं. पुराने ओपीडी ब्लॉक के चौथी मंजिल पर नई डायलिसिस मशीनें लगाई जाएंगी. इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. यह मशीनें लगने पर एम्स में 28 डायलिसिस मशीनें उपलब्ध हो जाएंगी. इसके अलावा अगले कुछ महीने में 16 अतिरिक्त बेड उपलब्ध हो जाएंगे. इससे किडनी के मरीजों के लिए एम्स में बेड की संख्या 24 से बढ़कर 40 हो जाएगी.
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