![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/Premium-ad-Icon.png)
Delhi: भरोसेमंद और बेहतर तालमेल के लिए AIIMS का फैसला, संस्थान के कर्मचारी करेंगे Sandesh App इस्तेमाल
Delhi AIIMS News: दिल्ली एम्स निदेशक का कहना है कि संस्थानिक काम की क्षमता को बढ़ाने और मरीजों की देखभाल में सुधार लाने के लिए नवाचार और प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिए हमेशा से प्रतिबद्ध रहे हैं.
![Delhi: भरोसेमंद और बेहतर तालमेल के लिए AIIMS का फैसला, संस्थान के कर्मचारी करेंगे Sandesh App इस्तेमाल Delhi AIIMS decides to use Sandesh app to achieve reliable and better coordination between employees Delhi: भरोसेमंद और बेहतर तालमेल के लिए AIIMS का फैसला, संस्थान के कर्मचारी करेंगे Sandesh App इस्तेमाल](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/07/06/6bbf6b69580166faf4191f80842541db1688634801490645_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Delhi News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली ने स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं का कुशल और प्रभावी संचालन सुनिश्चित करने के लिए संदेश ऐप का इस्तेमाल करने का फैसला लिया है. इस ऐप का प्रयोग एम्स के अधिकारी, डॉक्टर्स और कर्मचारी आपसी बातचीत के लिए करेंगे. इस मकसद से संदेश ऐप का इस्तेमाल एम्स में प्रारंभ हो चुका है.
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ. एम श्रीनिवास ने कहा कि इसका मकसद संस्थान के अंदर सहयोग बढ़ाना है। श्रीनिवास ने कहा कि नेशनल इन्फॉरमेटिक्स सेंटर(एनआईसी) द्वारा विकसित ऐप संदेश सुरक्षित तथा आसान है. इसे विभिन्न सरकारी संगठनों के बीच प्रभावी तथा भरोसेमंद संचार मुहैया कराने के लिए तैयार किया गया है। एम्स में अधिकारी डॉ रीमा डाडा ने कहा कि ऐप का इस्तेमाल प्रारंभिक तौर पर आंतरिक बातचीत के लिए किया जाएगा, खासतौर पर चिकित्सकों तथा विभागों के बीच मरीज के उपचार संबंधी रिकॉर्ड के लिए। एम्स के निदेशक ने कहा कि हम संस्थानिक काम करने की क्षमता बढ़ाने, मरीजों की देखभाल में सुधार लाने तथा प्रतिष्ठान में प्रभावी बातचीत के लिए नवाचार और प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिए हमेशा से प्रतिबद्ध रहे हैं.
ये है संदेश ऐप का मकसद
संदेश ऐप को लेकर एम्स में मीडिया प्रकोष्ठ की प्रभारी प्रोफेसर रीमा डाडा का कहना है कि संदेश ऐप को अपनाने का मकसद संस्थान में कार्यरत लोगों के बीच आंतरिक मैसेजिंग के लिए ऐप अपनाकर सभी विभागों और कर्मचारियों के बीच बेहतर संपर्क, त्वरित सूचना साझाकरण और निर्बाध समन्वय स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि इससे विभागों के बीच विचार विमर्श में तेजी आएगी क्योंकि मरीज का पूरा ब्योरा इस ऐप के जरिए साझा किया जा सकेगा। बता दें कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में बेहतर कामकाज के लिए देश और दुनिया में लोकप्रिय है. स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एम्स ने हमेशा नवाचार को बढ़ावा दिया है. संदेश ऐप भी उसी कड़ी का एक अभिन्न हिस्सा है.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![तहसीन मुनव्वर](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/3df5f6b9316f4a37494706ae39b559a4.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)