Delhi News: दिल्ली एम्स के डायरेक्टर एम श्रीनिवास (M Srinivas) ने स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day) पर दिल्ली में एक सभा को संबोधित किया. इस अवसर पर उन्होंने देश के युवा को संदेश देते हुए कहा कि, देश के युवाओं को फूट सेफ्टी पर ध्यान देने की जरूरत है. पूरी तरह से ठीक रहने के लिए दिल और दिमाग को एक साथ पोषण देने के महत्व को समझना होगा.
इसी के साथ उन्होंने भारत को एक वैश्विक आर्थिक महाशक्ति बनने की कल्पना की और सभी को उस लक्ष्य के लिए सामूहिक रूप से योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीबीएसई के सचिव, हिमांशु गुप्ता (आईएएस) ने कहा कि, जैसा की हम राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं, उससे हमारे राष्ट्र की प्रगति और भी महत्वपूर्ण हो जाती है. परंपरा से हटकर आज के युवा, जिनकी उम्र 30 से 35 वर्ष के बीच है, न केवल अपनी कंपनियां स्थापित कर रहे हैं बल्कि युवा दिग्गजों के उत्थान का नेतृत्व भी कर रहे हैं. आज के युवा अद्वितीय सफलता की एक कहानी लिख रहे हैं. स्वामी विवेकानंद के आदर्शों की भावना के अनुरूप, यह पीढ़ी निस्संदेह हमारे देश को नवाचार, उद्यम और सामाजिक कल्याण के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता द्वारा परिभाषित कर भविष्य की ओर ले जा रही है.
स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं पर विचार करते हुए दिल्ली एम्स के फिजियोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रभारी डॉ. कंवलप्रीत कोचर ने युवाओं से परिवर्तन के उत्प्रेरक बनने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि, युवा दुनिया को बदलने जा रहे हैं. आइए उठें, जागें और तब तक न रुकें जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए. उन्होंने कहा कि सब कुछ हासिल करने के लिए, हमें सबसे पहले अपने शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी होगी. इसके अलावा डॉ. तनुजा नेसारी ने सफलता प्राप्त करने में शारीरिक फिटनेस के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि आयुर्वेद इस विश्वास पर प्रकाश डालता है कि स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने पर युवा सफलता प्राप्त कर सकते हैं.
ये भी पढ़ें: Delhi Air Quality: दिल्ली-एनसीआर में इन गाड़ियों पर लगा प्रतिबंध हटा, एयर क्वालिटी में सुधार के बाद फैसला