AIIMS Delhi New Director New Rules: ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, नई दिल्ली (AIIMS New Delhi) के नए डायरेक्टर डॉ. एम श्रीनिवास (AIIMS Delhi New Director Dr. M Srinivas) ने डॉक्टर्स और स्टाफ को निर्देश दिए हैं कि वे ड्यूटी आवर्स के दौरान मेन ओटी छोड़कर न जाएं. वे ऐसा उस स्थिति में न करें जब उन्हें कंसल्टेशन करना हो या इम्प्लॉई हेल्थ स्कीम से दवाइयां लेनी हों. 4 अक्टूबर को हुई बैठक में डॉ. श्रीनिवास ने कहा कि डॉक्टरों और कर्मचारियों की व्यक्तिगत ईएचएस मांग की व्यवस्था, ईएचएस पोर्टल के साथ इसकी मैपिंग और दवाओं के वितरण को एक सप्ताह में सुव्यवस्थित किया जाएगा.


क्या कहा गया है आदेश में –


4 अक्टूबर को जारी एक आदेश में कहा गया है, ‘प्रोफेसर और हेड एनेस्थिसियोलॉजी तत्काल प्रभाव से एक वरिष्ठ रेजिडेंट डॉक्टर को आवंटित करेंगे, जो मेन ओटी के डॉक्टरों और कर्मचारियों को परामर्श देने और दवाइयां देने के लिए मेन ओटी में तैनात रहेंगे.’


इन लोगों ने लिया मीटिंग में हिस्सा –


डॉ श्रीनिवास, डॉ पीयूष साहनी, प्रोफेसर और जीआई सर्जरी के प्रमुख और ओटी उपयोगकर्ता समिति के अध्यक्ष, डॉ लोकेश कश्यप, प्रोफेसर और एनेस्थिसियोलॉजी के प्रमुख, डॉ जितेंद्र सोढ़ी, सहायक प्रोफेसर, अस्पताल प्रशासन और प्रभारी अधिकारी, और नर्सिंग बैठक में मेन ओटी के प्रतिनिधि शामिल हुए.


मीटिंग के जरूरी निर्देश –


मुख्य ओटी में ट्रैफिक मूवमेंट और वर्कफ़्लो को मैनेज करने के लिए, यह निर्णय लिया गया कि किसी भी अनऑथराइज्ड व्यक्ति को भवन की आठवीं मंजिल पर मुख्य ओटी में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.


ये निर्णय भी लिए गए -


ट्रैफिक नियंत्रित करने के लिए यह निर्णय लिया गया कि ओटी में जाने के लिए प्रवेश द्वार पर चेहरों की पहचान वाली तकनीक का इस्तेमाल किया जाए और लिफ्ट में आरएफआईडी टैग लगाए जाएं. डायरेक्टर श्रीनिवास ने ये भी कहा कि ओटी फ्लोर पर कोई भी प्राइवेट वेंडर या कंपनी नहीं आ सकती. न ही उन्हें अपने बैग्स ओटी फ्लोर के अंदर लाने की जरूरत है.


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