Self Defense Training in Delhi AIIMS: दिल्ली AIIMS ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग को लेकर पहल की है. एम्स की सभी महिला डॉक्टर्स और नर्स समेत सभी फीमेल स्टाफ के लिए सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग दिलवाने का फैसले किया है. शनिवार (27 अक्टूबर) को दिल्ली एम्स में 45 महिला डॉक्टर के पहले बैच को सेल्फ डिफेंस और साइबर क्राइम को लेकर ट्रेनिंग दी गई है. यह ट्रेनिंग दिल्ली पुलिस के स्टाफ ने दी है. 


महिला सुरक्षा का मुद्दा बीते दिनों से ही अस्पतालों और डॉक्टर के बीच एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है. इसको लेकर कई महीने से देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन भी चल रहा है और यह मामला कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर से रेप और हत्या के बाद देश भर में उठा. दिल्ली में भी लंबे वक्त तक डॉक्टर की तरफ से हड़ताल की गई. कई जगह बड़े प्रदर्शन भी हुए. 


दिल्ली पुलिस और AIIMS साथ मिलकर सिखा रहे सेल्फ डिफेंस
महिला सुरक्षा के मुद्दे पर दिल्ली एम्स ने पहल करते हुए अपने सभी फीमेल स्टाफ के लिए दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर एक सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग कैंप की शुरुआत की है. सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग कैंप में अलग-अलग बैच में सभी महिला डॉक्टर, महिला नर्सिंग स्टाफ, रिसर्चर, साइंटिस्ट सभी को सेल्फ डिफेंस और साइबर क्राइम को लेकर ट्रेनिंग दी जाएगी. 


पहले बैच में 45 महिला डॉक्टर की ट्रेनिंग पूरी हो गई है इसके बाद अभी 1000 महिला स्टाफ वेटिंग में हैं, जिनकी आगे आने वाले बैच में ट्रेनिंग की जाएगी. शनिवार को दिल्ली एम्स में दिल्ली पुलिस की सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग यूनिट के कई आला अधिकारी जिनमें छाया शर्मा, आकांक्षा यादव, रेणु लाता, इस सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग कैंप में पहुंचे. अधिकारियों ने डॉक्टर्स को सेल्फ डिफेंस को लेकर मोटिवेट किया. 


AIIMS की सभी फीमेल स्टाफ को किया जा रहा ट्रेन
दिल्ली AIIMS के डायरेक्टर एम श्रीनिवास ने जानकारी देते हुए बताया कि यह ज़रूरी कदम है जो ऐम्स की तरफ से उठाया गया है. इससे महिलाओं में सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ता है और अपने आप को प्रोटेक्ट करने के वह सभी जरूरी तकनीक सीखेंगी. इसके साथ ही साइबर क्राइम को लेकर भी सभी फीमेल स्टाफ को ट्रेनिंग दी जा रही है. 


सेल्फ डिफेंस और साइबर क्राइम से बचने की ट्रेनिंग
दिल्ली एम्स की मीडिया इंचार्ज प्रोफेसर रीमा दादा ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि ऐम्स डायरेक्टर एम श्रीनिवास और एमएस निरुपम मदान की इस पहल से सेल्फ डिफेंस को लेकर एक जरूरी कदम है क्योंकि यह ट्रेनिंग एम्स के सभी फीमेल स्टाफ के लिए होगी. दिल्ली पुलिस की सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग यूनिट की तरफ से 6 से 7 लोग हर बैच को ट्रेनिंग देने वाले हैं. पहले बैच की ट्रेनिंग के बाद डॉक्टर के अंदर आत्मविश्वास बढ़ा है. इसमें न सिर्फ सेल्फ डिफेंस बल्कि साइबर क्राइम को लेकर भी काफी अवेयरनेस और ट्रेनिंग करवाई जा रही है.


31 अक्टूबर या 1 नवंबर को दिवाली? असमंजस में दिल्ली के व्यापारी, जानें कब रहेंगे बाजार बंद