Delhi News: दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान ससंस्थान के पीडियाट्रिक यानी बाल रोग डिपार्टमेंट को मस्जिद मोंठ स्थित नए ओपीडी ब्लॉक के शिफ्ट कर दिया गया है. मस्जिद मोठ सेंटर से 1 जून से बाल रोग विभाग की ओपीडी शुरू हो गई है. अब एम्स के डॉक्टर अप्वाइंटमेंट के साथ नए मरीजों को सी विंग के प्रथम तल पर उपचार करेंगे. वहीं अप्वाइंटमेंट वाले फॉलोअप मरीजों को सेकेंड फ्लोर सी विंग में चेकअप का काम होगा. बिना अप्वाइंटमेंट वाले नए मरीजों को बी विंग के ग्राउंड फ्लोर पर देखा जाएगा. वहीं बिना अप्वाइंटमेंट फॉलो अप मरीजों को ए विंग के ग्राउंड फ्लोर पर देखा जाएगा.
एम्स फैकल्टी के साइन और स्टांप दूसरे फ्लोर पर, ईएचएस रजिस्ट्रेशन 8वें फ्लोर पर किए जाएंगे. इसके अलावा, ओएसडी एवं अन्य विशेष साइन काउंटर नंबर 23 और 24 पर उपलब्ध होगा. बता दें कि बाल रोग विभाग को मातृ एवं शिशु ब्लॉक में स्थानांतरित किया गया है. इसके लिए विभाग के डाक्टरों ने मातृ एवं शिशु ब्लॉक के ढांचे में कुछ आवश्यक तकनीकी बदलाव करने का सुझाव दिया था. मातृ एवं शिशु ब्लॉक के ढांचे में आवश्यक बदलाव होने के बाद बाल रोग विभाग को मातृ एवं शिशु ब्लॉक में शिफ्ट कर दिया गया है.
अब AIIMS में एक छत के नीचे होगा बच्चों का इलाज
नई व्यवस्था से एम्स ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचने वाले बच्चों को बेहतर सुविधा मिलेगी. बच्चों का बेहतर इलाज कर पाना संभव होगा. बता दें कि बाल रोग विभाग एम्स के व्यस्त विभागों में से एक है. विभाग की ओपीडी में प्रतिदिन 400 से 450 बच्चे इलाज के लिए पहुंचते हैं. मरीजों की संख्या ज्यादा होने से जगह कम पड़ती रही है. अभी तक ओपीडी में डाक्टरों से दिखाने के लिए मरीजों को घंटों ओपीडी के बाहर इंतजार करते आये हैं. नए ओपीडी ब्लॉक में मरीजों और स्वजनों के बैठने के लिए पर्याप्त जगह है. नया ओपीडी ब्लॉक में सेंट्रलाइज ऐसी होने के कारण यह पूरी तरह वातानुकूलित है. इस वजह से ओपीडी में इलाज के दौरान विलंब होने पर बच्चे गर्मी के कारण परेशान नहीं होंगे।