दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने दक्षिण दिल्ली में बने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पुनर्विकास के मास्टर प्लान के लिए जनता से सुझाव मांगे हैं. दिल्ली एम्स के पुनर्विकास के अधिकारियों ने कहा कि एम्स पुनर्विकास परियोजना में लगभग 80 हेक्टेयर पर विकास होना है. इस परियोजना के अधिकारी ने कहा कि दिल्ली एम्स में होने वाले पुनर्विकास के लिए लोगों को प्रस्तावित परिवर्तनों के संबंध में अपने सुझाव और आपत्तियाँ भेजने के मई तक का समय दिया गया है. 


इस मामले को लेकर डीडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा दिल्ली के इस प्रमुख संस्थान को विश्व स्तरीय चिकित्सा विश्वविद्यालय बनाने और भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बुनियादी ढांचे का विकास करने की योजना है. इस परियोजना के लिए पूर्वी अंसारी नगर में लगभग 43.54 हेक्टेयर, पश्चिम अंसारी नगर में 11.33 हेक्टेयर, मस्जिद मोठ परिसर में 12.95 हेक्टेयर, एम्स ट्रॉमा सेंटर परिसर में 5.86 हेक्टेयर और ट्रॉमा सेंटर विस्तार में 6.05 हेक्टेयर में विकास होना है.


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एम्स पुनर्विकास परियोजना के लिए लगभग 1.69 हेक्टेयर ग्रीन स्पेश में बदली जाएगी जो पश्चिम अंसारी नगर की जमीन पर बनेगा. डीडीए के अधिकारी ने कहा कि पिछले महीने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में हुई बैठक में इन प्रस्तावों को मंजूरी दी गई थी. एम्स के पुनर्विकास में टिकाऊ परिसर बनाना है जो स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और अनुसंधान की सभी वर्तमान और भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा कर सके. डीडीए के अधिकारियों की मानें को इस कैंपस मास्टर प्लान में 3,000 बिस्तरों के लिए एक नया अस्पताल, कई स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों के लिए नए शैक्षणिक और अनुसंधान भवन और नए छात्रावास ब्लॉक शामिल होंगे.