Delhi News: राजधानी दिल्ली का अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) दुनिया भर में अपनी आधुनिक और उत्कृष्ट चिकित्सा सेवा के लिए फेमस है. साथ ही एम्स प्रशासन लगातार मरीजों और उनके तीमारदारों को बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत रहती है. इसी कड़ी में एम्स प्रशासन ने अपनी पार्किंग फैसिलिटी को हाईटेक बनाते हुए इसे फास्टैग इनेबल कर दिया है. इससे पार्किंग से बाहर निकलने वाले वाहनों को पार्किंग शुल्क के भुगतान के लिए रुकना नहीं पड़ेगा.


पेटीएम और फास्टैग से कैशलेस होगा पेमेंट
दअरसल, एम्स में इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों की सुविधा के लिए एम्स प्रशासन ने एम्स के पार्किंग लेवल 3 में फास्टैग आधारित भुगतान की प्रक्रिया की शुरुआत की है. पार्किंग में वाहनों के सुगम प्रवेश और निकास के लिए डिजिटल और कैशलेस पेमेंट की शुरुआत की गई है. इस सुविधा के तहत पेटीएम और फास्टैग से पार्किंग शुल्क का भुगतान किया जा सकेगा.


पार्किंग गेट पर लगा फास्टैग रीडिंग मशीन
बता दें कि, फास्टैग की शुरुआत टोल प्लाजा पर लगने वाली वाहनों की लंबी लाइनों से छुटकारे के लिए की गई थी. जिससे वाहन चालक आसानी और तेजी से टोल टैक्स का भुगतान कर अपने सफर को जारी रख सकें. अब कुछ चुनिंदा पार्किंग स्थलों में भी फास्टैग का इस्तेमाल किया जाने लगा है. ऐसे में एम्स प्रशासन ने भी इस आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए अस्पताल में आने वाले वाहन चालकों के पार्किंग अनुभव और परिसर के पार्किंग सुविधा को बेहतर बनाने की कोशिश में इसकी शुरुआत की है. इसके तहत पार्किंग से बाहर निकलने वाले बूम बैरियर पर फास्टैग रीडिंग मशीन लगाई गयी है. जिससे फास्टैग बैलेंस से पार्किंग के शुल्क को भुगतान के रूप में प्राप्त किया जा सके.


तेजी से हो सकेगा भुगतान, नहीं करना पड़ेगा इंतजार
इस सुविधा से न केवल भुगतान में लगने वाले समय की बचत होगी, बल्कि वाहन चालक बिना किसी रुकावट और परेशानी के पार्किंग स्थल से बाहर निकल सकेंगे. इससे पार्किंग में जाम की समस्या भी उत्पन्न नहीं होगी और पार्किंग के प्रवेश करने वाले वाहन चालकों को भी वाहन पार्क करने के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा.


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