Delhi News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लोगों के लिए खुशी की बात यह है कि राजधानी में वायु प्रदूषण (Delhi Pollution) स्तर गिरकर इस साल सबसे कम हो गया है. इससे पहले प्रदूषण विभाग ने 29 जुलाई 2023 को दिल्ली में प्रदूषण का स्तर सबसे कम 59 एक्यूआई (AQI) दर्ज किया था. सीपीसीबी के मुताबिक प्रदूषण रिकॉर्ड स्तर पर कम होने के पीछे कई वजहें हैं. इनमें ​जी20 सम्मेलन के दौरान वाहनों का परिचालन दिल्ली में बहुत कम होना और पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश जारी रहना प्रमुख कारणों में शामिल हैं. 


दरअसल, शनिवार यानी 9 सितंबर को दिल्ली में एक्यूआई महज 54 दर्ज किया गया. यह जनवरी से 9 सितंबर 2023 के बीच सबसे कम एक्यूआई है. इससे पहले 29 जुलाई को एक्यूआई 59 था. यानि एक दिन पहले दिल्ली की हवा को सबसे साफ पाया गया. दिल्ली के अलावा, एनसीआर में भी प्रदूषण के स्तर में सुधार की सूचना है. 




21 जगहों पर AQI 50 से भी कम


सीपीसीबी दिल्ली के एयर बुलेटिन के मुताबिक शनिवार को देश की रजधानी का औसत एक्यूआई 54 रहा. अगर दिल्ली के अलग-अलग इलाकों की बात करें तो न्यू मोती बाग का एक्यूआई 22, डीटीयू का एक्यूआई 37, आईटीओ का 49, सीरीफोर्ट का 39, मंदिर मार्ग का 34, मथुरा रोड का 35, टी-3 का 40, आरके पुरम का 43, जेएलएनयू का 30, सेक्टर-8 द्वारका का 39, डॉ कर्णी सिंह शूटिंग रेंज का 35, अशोक विहार का 40, फेज-2 ओखला का 47, बवाना का 47, श्री अरबिंदो मार्ग का 37, पूसा का 35, मुंडका का 42, जहांगीरपुरी का 40, रोहिणी का 39, विवेक विहार का 42 और नजफगढ़ का एक्यूआई सिर्फ 26 दर्ज किया गया. देश की राजधानी दिल्ली में एक्यूआई तक 1 से 50 के बीच रहे तो उसे सबसे साफ हवा माना जाता है. 


ये है हवा साफ होने की वजह


इसे आप संयोग कहें या कुछ और, दिल्ली में जी20 सम्मलेन की वजह से हैवी वाहनों के प्रवेश पर रोक है. दिल्ली प्रदूषण विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक इस समय प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए कई टीमें राजधानी में काम कर रही हैं. नई दिल्ली में आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित है. दिल्ली के अन्य हिस्सों पर पहले की तुलना में दैनिक गतिविधियां बहुत कम है. विगत तीन दिनों से दिल्ली में बारिश भी लगातार हो रही है. आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार कल भी बारिश होने की उम्मीद है. जी20 सम्मेलन की वजह से न तो सड़कों पर जाम है, न ही बेलगाम गाड़ियां सड़कों पर दिखाई देती हैं. मेट्रो में भी पहले की तुलना में भीड़भाड़ कम हैं. आईआईटीएम पुणे के मुताबिक दिल्ली में 10 से 12 सितंबर तक प्रदूषण संतोषजनक रह सकता है. इसके बाद धीरे-धीरे प्रदूषण का स्तर फिर से बदल सकता है.