Delhi News: दिल्ली एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के बीच 24 दिनों के बाद एक बार फिर से ग्रेडेड रिस्पॉन्स प्लान (ग्रेप) 3 के कुछ हिस्सों को लागू कर दिया गया है. शुक्रवार को ग्रैप तीन के प्रावधानों को लागू करने के लिए कहा गया था, लेकिन शनिवार को केंद्र सरकार ने इनमें से कुछ ही प्रावधानों पर अमल का फैसला लिया है.
सीएमक्यूएम के सुझाव पर अमल के बाद जहां कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं, तो वहीं दूसरी तरफ प्रदूषण को कम करने की कवायद में कुछ कार्यों की आवृत्ति बढ़ा दी गई हैं. इसके तहत वैक्यूम मशीनों से सड़कों की सफाई करने, सड़कों पर पीक ऑवर से पहले पानी का छिड़काव करने, प्रदूषण के चिह्नित हॉट स्पॉट और व्यस्त सड़कों पर पानी का छिड़काव, सड़कों से उठाई गई धूल का उचित निस्तारण करने जैसे कार्यों की फ्रीक्वेंसी को बढ़ा दी गई है. वहीं शहरों में कंस्ट्रक्शन एवं डेमोलिशन पर रोक लगा दी गई है.
इन कार्यों को करने पर रहेगा प्रतिबंध
ग्रेप-3 के दौरान कंस्ट्रक्शन और डेमोलिशन से जुड़े कार्यों पर प्रतिबंध के दौरान निर्माण कार्य के लिए मिट्टी की खुदाई एवं भराई के कार्य पर रोक रहेगी. सभी ढांचागत निर्माण और वेल्डिंग पर भी प्रतिबंध रहेगा, जबकि डेमोलिशन के कार्य पर पूरी तरह से रोक लगी रहेगी. वहीं, कंस्ट्रक्शन साईट के भीतर या बाहर निर्माण सामग्री की लोडिंग या ट्रक से निर्माण सामग्री अनलोडिंग के कार्य नहीं किए जा सकेंगे. टाइल्स काटने और घिसाई आदि पर भी पाबंदियां लागू रहेगी. माइनिंग एवं इससे जुड़ी गतिविधियां भी इस दौरान नहीं कि जा सकेगी, वहीं कंक्रीट, हॉट मिक्स प्लांट के संचालन पर भी रोक रहेगी.
सार्वजनिक परिवहन की सुविधाओं को बढ़ाने का निर्देश और गैर-व्यस्त समय में यात्रा को प्रोत्साहित करने के लिए व्यस्त और गैर-व्यस्त समय का किराया अलग-अलग रखने के निर्देश भी दिए गए हैं. वहीं कच्ची सड़कों पर वाहनों को चलाने पर रोक लगा दिया गया है.
इन्हें प्रतिबंधों से रखा गया बाहर
ग्रेप-3 की पाबंदियों से रेलवे, मेट्रो सेवाओं से जुड़ी परियोजनाओं, एयरपोर्ट, अंतरराज्यीय बस अड्डों, राष्ट्रीय सुरक्षा, डिफेंस, राष्ट्रीय महत्व से संबंधित परियोजनाओं, अस्पतालों, सड़क, हाईवे, फ्लाईओवर, बिजली आपूर्ति, पानी आपूर्ति और सीवरेज प्रबंधन से जुड़ी परियोजनाओं को छूट दी गई है.
देश मे दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा दिल्ली
लगभग एक महीने के बाद दिल्ली का एयर इंडेक्स एक बार फिर से 400 से ऊपर पहुंच गया है. दिल्ली में हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई. शुक्रवार को बिहार के बेगूसराय (434) के बाद दिल्ली (409) देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा. इसका कारण स्थानीय परिस्थितियां, कोहरा और हवा की गति कम होना रहा. यही वजह है कि दिल्ली की हवा दमघोंटू हो गई है. आज शनिवार को भी हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में रही. रविवार और सोमवार को क्रिसमस के दिन हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रहने की संभावना है.
ग्रेप-3 तीन हफ्ते बाद फिर लागू
बता दें कि इस वर्ष 6 अक्टूबर को ग्रेप-1 की पाबंदियां लागू की गई थी.21 अक्टूबर को ग्रेप-2 की पाबंदी, 2 नवंबर को ग्रेप-3 और फिर 5 नवंबर को ग्रेप-4 की पाबंदियां लगाई गई थी. जिसे 18 नवंबर को हटाया गया और अगले 10 दिनों तक ग्रेप-3 लागू रहने के बाद 28 नवंबर को इसकी पाबंदियों को भी खत्म कर दिया गया था, लेकिन दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने के कारण एक बार फिर से अब ग्रेप-3 की पाबंदियां लागू कर दी गयी हैं.