प्रदूषण के चलते दिल्ली में बंद होंगे 5वीं तक के स्कूल? BJP ने आप सरकार से की मांग
Delhi News: दिल्ली में प्रदूषण के कारण बीजेपी नेता वीरेंद्र सचदेवा ने स्कूलों की कक्षा 5 तक की कक्षाएं बंद करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि छोटे बच्चे और बुजुर्ग सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं.
Virendraa Sachdeva News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण पर लगाम लगाने के विभिन्न प्रयासों के बाद भी यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) लगातार खराब श्रेणी में बनी हुई है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इसे लेकर दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार पर तंज कसते हुए स्कूलों में पांचवीं तक की कक्षाएं बंद करने की मांग की है.
वीरेंद्र सचदेवा ने बुधवार (13 नवंबर ) को कहा कि दिल्ली आज गैस चैंबर बन चुकी है. मुख्यमंत्री आतिशी से मांग है कि छोटे बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए पांचवीं तक स्कूलों को बंद करने का निर्देश जारी करें. साथ ही जिन बुजुर्गों को सांस की समस्या है, उनके लिए निर्देश जारी करे कि वे सुबह सैर पर न निकलें.
'प्रदूषण से बचाव के लिए सरकार को करना चाहिए यह काम'
उन्होंने कहा कि ओखला लैंडफिल साइट को लेकर आई रिपोर्ट में कैंसर फैलाने लायक कण भी हवा में पाये गये हैं. प्रदूषण का सबसे ज्यादा शिकार छोटे बच्चे एवं बुजुर्ग हो रहे हैं. प्रदूषण से बचाव के लिए अस्पतालों में निःशुल्क दवाओं का प्रबंध सरकार को करना चाहिए. उन्होंने कहा कि पर्यावरण मंत्री की बड़ी-बड़ी घोषणाओं के बाद भी दिल्ली में कहीं एक जगह वाटर स्प्रिंकलर या स्मॉग गन देखने को नहीं मिली है. दिल्ली सरकार का स्वास्थ मॉडल फेल हो चुका है और प्रदूषण नियंत्रण पर आतिशी सरकार पूर्ववर्ती अरविंद केजरीवाल सरकार से भी ज्यादा विफल है.
प्रदूषण की स्थिति में सुधार हुआ है
बीजेपी नेता ने कहा, "मैं दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी से पूछना चाहता हूं कि कल तक इनके पर्यावरण मंत्री गोपाल राय कह रहे थे कि दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति में सुधार हुआ है. लेकिन, अगर सुधार हुआ है तो दिल्ली में आज प्रदूषण की यह स्थिति कैसे पैदा हो गई. सच तो यह है कि दिल्ली सरकार सिर्फ अपने झूठे विज्ञापन और झूठे दावे करने में व्यस्त है.
दिल्ली सरकार को दिल्ली के लोगों की चिंता नहीं है. वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि पंजाब से लगातार पराली जलाई जा रही है, लेकिन इस पर दिल्ली सरकार चुप है क्योंकि वहां पर आम आदमी पार्टी की सरकार है. दिल्ली में धूलकण के प्रदूषण ने यहां के लोगों के जीवन को नर्क बना दिया है."
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