Delhi Air Pollution: पॉल्यूशन की चपेट में पूरी दिल्ली, हवा हुई जहरीली, VVIP इलाकों में भी AQI 538 के पार
Delhi Pollution: दिल्ली में खराब वायु प्रदूषण का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि घर से बाहर नहीं निकलने वाले लोग भी आंखों में जलन, सांस लेने में परेशानी और गर्भवती महिलाएं घबराहट महसूस करने लगी हैं.
Delhi Pollution Today: देश की राजधानी वायु प्रदूषण (Delhi AIr Pollution) के लिहाज से खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है. दिल्ली के लुटियन जोन इलाके में भी एक्यूआई (AQI) 500 के पार पहुंच गया है. प्रदूषण के लिहाज से यह स्थिति लोगों के लिए क्रिटिकल जोन से भी ज्यादा खतरनाक है. यानि आप ये कह सकते हैं कि दिल्ली की हवा अब पूरी तरह से जहरील हो गई है. घर से बाहर निकलने वालों को तो छोड़िए, जो घर में मौजूद होने के बावजूद भी आंखों में जलन, गले में खराश, जी मिचलाने, सांस लेने के परेशानी, बुजुर्ग, बच्चों और गर्भवती महिलाओं में घबराहट के लक्षण सामने आने लगे हें. नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब से भी बहुत खतरनाक हो गया है.
प्रमुख इलाकों में सुबह के समय प्रदूषण के हालात
IIT दिल्ली - 538, दिल्ली यूनिवर्सिटी 520, लोधी रोड 503, मथुरा रोड - 487,आंनद विहार 448, शादीपुर 445, वजीरपुर 443, आरके पुरम 442, ओखला फेज टू 439, द्वारका सेक्टर आठ 435, पंजाबी बाग 435, बवाना 434, जहांगीरपुरी 426, मुंडका 426, सोनिया विहार 421, न्यूज मोती बाग 421, सिरिफोर्ट दिल्ली सीपीसीबी 421, नजफगढ़ 410, नॉर्थ कैंपस डीयू 409, नरेला 414 है.
दिल्ली के वीआईपी इलाकों सहित अलग अलग इलाकों में प्रदूषण के हालात गंभीरतम श्रेणी में पहुंचा गया है. ऐसे हालात में जरा सा भी लापरवाही किसी के लिए जानलेवा साबित हो सकता है.
पॉल्यूशन ने बढ़ाई सरकार की बेचैनी
दिल्ली में खराब पॉल्यशन खराब होने के दबाव का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि शु्क्रवार को दिल्ली में एलजी विनय कुमार सक्सेना की ओर से बुलाई गई बैठक में पर्यावरण मंत्री बिफर गए. उन्होंने दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के खिलाफ एलजी से कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाया कि बिना सूचना के उन्होंने स्मॉग टावर बंद कर दिए.
बता दें कि एक्यूआई 0-50 तक अच्छा, 51-100 तक संतोषजनक, 101-200 औसत, 201-300 खराब, 301-400 तक बहुत खराब, 401-500 तक क्रिटिकल यानी स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत गंभीर. क्रिटिकल स्तर के एक्यूआई को लोगों के स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत खतरनाक माना जाता है. खासकर यह बीमार लोगों के लिए कई मामलों में जानलेवा साबित होता है.