Delhi News: दिल्ली में प्रदूषण इस वक्त चरम पर है. आलम यह है कि दिल्ली के लोगों का सांस लेना भी दूभर हो गया है. लगभग हर घर में लोग बीमार पड़ रहे हैं और गले मे खराश, आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी की समस्या अब आम बन चुकी है. लोगों की इन परेशानियों से बचाने और बढ़ते वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली के फायर फाइटरों ने अब कामना संभाल ली है.


दिल्ली नगर निगम और जल बोर्ड के बाद अब फायर डिपार्टमेंट ने दिल्ली में बढ़ते पॉल्यूशन को कम करने के लिए सड़क पर उतरकर अलग-अलग इलाकों में पानी का छिड़काव शुरू किया है, ताकि हवा में धूल की मौजूदगी को कम किया जा सके.


12 हॉटस्पॉट पर पानी की छिड़काव


फायर डिपार्टमेंट की टीम ने दिल्ली में चिन्हित किए गए अलग-अलग 12 हॉटस्पॉट पर गाड़ियों की तैनाती कर सड़क के साथ उसके किनारों और फुटपाथों पर लगे पेड़-पौधों पर पानी की बौछार की. दिल्ली फायर डिपार्टमेंट के डायरेक्टर अतुल गर्ग ने बताया कि जो 12 हॉटस्पॉट चिह्नित किए गए हैं वह, यमुनापार, साउथ दिल्ली, द्वारका, वेस्ट दिल्ली और बाहरी दिल्ली इलाके में हैं. उसके आधार पर सुबह से ही गाड़ियों की तैनाती कर दी जाती है. फायर ब्रिगेड की गाड़ी वहां पहुंचती है और उन जगहों पर पेड़-पौधों पर पानी का छिड़काव कर रही है. ये छिड़काव हॉटस्पॉट के एक किमी के दायरे में किया जा रहा है.


कहां-कहां पानी का छिड़काव


अतुल गर्ग ने बताया कि यमुनापार के मंडावली, शाहदरा के लीला होटल के पास, द्वारका में सेक्टर 6, वेस्ट दिल्ली में कर्मपुरा से लेकर पंजाबी बाग तक, ज्वालापुरी से लेकर पश्चिम विहार जी 8 तक, साउथ दिल्ली में विवेकानंद मार्ग से ईस्ट ब्लॉक भी काजी कामा प्लेस तक, ईएसआई हॉस्पिटल से लेकर ओखला के पास तक, बाहरी दिल्ली में रूपनगर रेड लाइट से क्रांति चौक, बवाना, मुकुंदपुर से जहांगीरपुरी तक के एन काटजू मार्ग से लेकर रोहिणी सेक्टर 16 तक, शालीमार बाग गांव, नरेला से अलीपुर तक पानी के छिड़काव की व्यवस्था की गई है.


दिल्ली फायर डिपार्टमेंट के डायरेक्टर के मुताबिक इन इलाकों में फायर की 12 गाड़ियां सुबह और शाम दोनों वक्त में पानी का छिड़काव कर रही है. एक गाड़ी की क्षमता 5 हजार लीटर की होती है, जिससे हॉटस्पॉट के आसपास के इलाकों को कवर किया जाता है. फायर की गाड़ियों से किया जा रहा यह बौछार काफी कारगर है. उनका कहना है कि, इससे काफी फर्क पड़ेगा और अगले दो-तीन दिनों में निश्चित की प्रदूषण के स्तर में सुधार आएगा और AQI लेवल भी डाउन हो जाएगा.


जरूरत पड़ी तो बढ़ाई जाएंगी गाड़ियों की संख्या


गर्ग ने बताया कि अभी दीवाली का समय है. इस समय आगजनी की घटनाएं भी काफी बढ़ जाती हैं, जिन्हें बुझाना उनकी प्राथमिकता है, इसलिए अभी इस काम में सिर्फ 12 गाड़ियों को लगाया गया है. दीवाली के बाद अगर जरूरत पड़ी तो अतिरिक्त मैन पावर के साथ गाड़ियों की संख्या में भी इजाफा किया जाएगा. दिल्ली में इस समय प्रदूषण काफी बढ़ा हुआ है और हॉट-स्पॉट वाले इलाकों में AQI लेवल 471 के पार चला गया है.


हवा की इतनी खराब गुणवत्ता को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के प्रदूषण की तुलना गैस चेम्बर से की थी. हालांकि, इसे कम करने की कवायद में दिल्ली सरकार कई उपायों को आजमा रही है और इसके लिए विंटर एक्शन प्लान के तहत ग्रेप 4 की पाबंदियों को भी लागू कर रखा है. अब तक इसका कोई बहुत ज्यादा असर देखने को नहीं मिल रहा है. अब फायर डिपार्टमेंट भी सड़क पर उतर कर प्रदूषण के खिलाफ जंग में शामिल हो गई है. ये कितना असरदार साबित होता है, इसका पता तो आने वाले दिनों में ही चल पाएगा.


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