Delhi News: दिल्ला में वायु प्रदषण (Air Pollution) से जहां लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं सरकार की भी चिंता बढ़ी हुई है. इस बीच दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार (Arvind Kejriwal Government) ने बड़ा कदम उठाया है. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai) ने बताया कि मौजूदा स्थिति ऐसी है कि 2-3 दिनों तक वायु गुणवत्ता सूचकांक 'बहुत खराब' श्रेणी में ही रहने वाला है, क्योंकि पूर्वानुमान के अनुसार, हवा की गति कम रहेगी. हवा की गति बढ़ने तक एक्यूआई 'बहुत खराब' श्रेणी में रहेगी.
गोपाल राय ने आगे बताया कि इसे देखते हुए गुरुवार को फैसला लिया गया है कि हमें जमीन पर GRAP-4 के कार्यान्वयन की निगरानी करने की आवश्यकता है. इसके लिए 6 सदस्यीय स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया है. विशेष सचिव पर्यावरण इसके प्रभारी होंगे.
स्पेशल टास्क फोर्स का क्या होगा काम?
पर्यावरण मंत्री ने बताया कि स्पेशल टास्क फोर्स में स्पेशल कमिश्नर ट्रांसपोर्ट मेंबर होंगे. इसके अलावा डीसीपी ट्रैफिक हेडक्वार्टर इंचार्ज, डीसी हेडक्वार्टर राजस्व, चीफ इंजीनियर एमसीडी और चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी को भी मेंबर बनाया गया है. उन्होंने बताया कि ये जो 6 सदस्यीय स्पेशल टास्क फोर्स बनाया गया है, इसकी जिम्मेदारी है कि डेली बेसिस पर जो 28 डिपार्टमेंट है, उसके साथ रेगुलर बेस पर सुबह और शाम कोऑर्डिनेशन का काम करेंगे. इसके अलावा कहीं कोई दिक्तकत आ रही है तो उसका समाधान करेंगे और हर दिन सरकार को भी रिपोर्ट पेश करेंगे.
गुरुवार को दिल्ली में कितना रहा AQI
बता दें कि दिल्ली की वायु गुणवत्ता बृहस्पतिवार को बहुत खराब और गंभीर श्रेणी के बीच रही. ऐसा इसीलिए हुआ, क्योंकि प्रतिकूल मौसम संबंधी परिस्थितियों के कारण प्रदूषक कणों का बिखराव नहीं हो पाया. दिल्ली सरकार और राष्ट्रीय प्रौद्योगिक संस्थान-कानपुर की एक संयुक्त परियोजना के हालिया निष्कर्षों से पता चला कि बुधवार को राजधानी के वायु प्रदूषण में वाहनों के उत्सर्जन का योगदान लगभग 38 प्रतिशत था. बृहस्पतिवार को यह आंकड़ा 40 फीसदी तक बढ़ने का अनुमान है.
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