Delhi Pollution Update: देश अनेक संकल्पों के साथ अब नए साल के आगमन की तैयारी कर रहा है वहीं राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से प्रदूषण को लेकर हालात बेकाबू होते नजर आ रहे हैं. दिल्ली सरकार द्वारा बिगड़ते हालात को देखते हुए दिल्ली में जीआरएपी - 3 ( ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान ) लागू करते हुए अनावश्यक निर्माण कार्य और विध्वंस गतिविधियों पर रोक लगाने के दिशा निर्देश दे दिए गए हैं.
प्रदूषण मामलों के जानकारों का कहना है कि दिल्ली और एनसीआर के नए साल की शुरुआत भी प्रदूषित हवा में ही होगी. दीपावली के पहले दिल्ली सरकार द्वारा प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एक विधिवत योजना बनाई गई थी. इसके बावजूद इस प्रदूषण संकट से इस बार भी लोगों को निजात नहीं मिली और ना ही इन योजनाओं का राजधानी में खास प्रभाव देखने को मिला.
विशेषज्ञों ने क्या कहा?
दिल्ली में प्रदूषण संकट को लेकर पर्यावरण और प्रदूषण मामलों के जानकार डॉ विजय सोनी ने बताया कि एक बार फिर से दिल्ली और एनसीआर का प्रदूषण स्तर बेहद खतरनाक हो चुका है. इस वजह से दिल्ली सरकार द्वारा ग्रेप-3 लागू कर दिया गया है. पिछले साल की तरह इस बार भी दिसंबर के अंतिम सप्ताह और जनवरी के शुरुआत में दिल्ली की हवा प्रदूषित देखी जा रही है. यानी दिल्ली के लोग इस बार भी नए साल की शुरुआत दूषित हवा में सांस लेकर ही करेंगे.
डॉ. सोनी ने बताया कि जनवरी के पहले सप्ताह 3-4 जनवरी तक दिल्ली और एनसीआर के लोगों को प्रदूषण से राहत मिल सकती है. वहीं कोहरे और धुंध के प्रभाव की वजह से भी दिल्ली का प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर देखा जा रहा है.
दिल्ली का AQI आंकड़ा 400 के करीब
दिल्ली में बीते 24 घंटे का औसत AQI ( वायु गुणवत्ता सूचकांक ) 399 रिकॉर्ड किया गया जो बताता है कि दिल्ली की हवा एक बार फिर से लोगों का दम घोटने पर आमादा है. एक तरफ लोग नए साल के स्वागत को लेकर होटल रेस्टोरेंट प्रमुख स्थलों पर जश्न मनाने और घूमने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं हेल्थ एक्सपर्ट ने हालात पर चिंता जाहिर करते हुए लोगों को सावधान रहने की हिदायत दी है. खास तौर पर सांस के मरीजों के लिए या प्रदूषित हवा इस ठंड में काफी नुकसानदायक हो सकती है. अब देखना होगा कि दिल्ली और एनसीआर को कब तक इस प्रदूषण से निजात मिलती है.