Delhi News: दिल्ली में प्रदूषण (Pollution) के कारण लोगों को सेहत से जुड़ी समस्याएं हो रही हैं और यही वजह है कि अस्पतालों में पिछले कुछ दिनों से लगातार मरीजों की संख्या भी बढ़ी है. वहीं, दिल्ली एम्स (AIIMS) में भी प्रदूषण से जुड़ी बीमारियों के साथ आने वाले मरीजों की संख्या में बढ़त देखी गई है. इस मौसम में ज्यादातर लोग स्वसन संबंधी बीमारी, गले में इन्फेक्शन और खांसी-जुकाम से जुड़ी शिकायत कर रहे हैं और यही वजह है कि कुछ अस्पतालों में मरीजों की संख्या 25 से 30 प्रतिशत तक बढ़ गई है.
दिल्ली एम्स के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट निरुपम मदन ने कहा, ''एम्स में साल 2021 से लेकर अब तक हर साल सितंबर से नवंबर महीने में प्रदूषण से जुड़ी बीमारियों के साथ आने वालों की संख्या बढ़ जाती है क्योंकि यहां एडमिशन और कंसल्टेशंस सीमित होते हैं इस वजह से यह आंकड़ा भी उसी हिसाब से होता है.''
अस्पताल में प्रदूषण के कारण बढ़ रहे मरीज
निरुपम मदन ने बताया कि इस मौसम में रेस्पिरेट्री डिजीज के मरीज बढ़ जाते हैं जिसमें कुछ ऐसे मरीज होते हैं जिनका इलाज पहले से चल रहा होता है. पल्मनोलॉजी डिपार्टमेंट में प्रदूषण के वक्त 2023 सितंबर में तकरीबन 2543 और नवंबर में लगभग 2740 मरीज इलाज के लिए पहुंचे थे. 2023 में प्रदूषण प्रभावित दो महीने में 10 प्रतिशत मरीजों में इजाफा देखा गया था. वहीं साल 2021 में सितंबर में तकरीबन 1295 और नवंबर में लगभग 1815 तक मरीज बढ़ गए थे और इस साल भी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है जिसका आंकड़ा आने वाले कुछ दिनों में सामने आ सकता है.
एक्सपर्ट्स की इस सलाह का करें पालन
अस्थमा, डायबिटीज औऱ फेंफड़े के इन्फेक्शन से पीड़ित लोगों के लिए यह मौसम ज्यादा खतरे वाला होता है क्योंकि उनको इन्फेक्शन जल्दी हो सकता है और यही वजह है कि एक्सपर्ट्स इस मौसम में बच्चों और बुजुर्गों को खास ख्याल रखने की सलाह दे रहे हैं. दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स हर दिन 300 और 350 के करीब ही है जो काफी खराब श्रेणी में आती है.
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