Delhi Weather News: दिल्ली में वायु प्रदूषण अब लोगों की सेहत ​के लिए खतरनाक साबित होने लगा है. दिल्ली में लगातार खराब होती आबोहवा के बीच अस्पतालों में श्वास संबंधी मामलों में 30 से 40 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है. श्वास रोग विशेषज्ञों ने कहा कि बच्चे और बुजुर्ग प्रदूषण के दुष्प्रभावों के प्रति सबसे ज्यादा संवेदनशील हैं. उन्होंने लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने और धूल के संपर्क में आने से बचने की सलाह दी है.


दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) पिछले एक हफ्ते से अधिक समय से खराब श्रेणी में है. बुधवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी के आसमान में धुंध की मोटी परत छाई रही. बुधवार को दोपहर तीन बजे दिल्ली में एक्यूआई 367 दर्ज किया गया, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है. कई निगरानी स्टेशन पर वायु गुणवत्ता पहले ही गंभीर श्रेणी में पहुंच चुकी है.


गुरुवार की सुबह छह बजे जहांगीर पुरी में एक्यूआई 281, अशोक विहार में 259 और रोहिणी 259 दर्ज किया गया. आज भी दिल्ली के अधिकांश इलाकों में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब श्रेणी में है. 


मरीजों की संख्या में 40 फीसदी की बढ़ोतरी 


न्यूज एजेंसी पीटीआई ने गुरुग्राम स्थित पारस हेल्थ अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर अरुणेश कुमार के हवाले से बताया है, “हम श्वसन संबंधी मामलों में जबरदस्त वृद्धि देख रहे हैं और अस्पतालों ने 30 से 40 फीसदी अधिक मरीज आने की जानकारी दी है. इस वृद्धि के लिए मुख्य रूप से वायु प्रदूषण का बढ़ता स्तर जिम्मेदार है. ठंडे मौसम और स्थिर हवा के कारण वातावरण में पीएम2.5, पीएम10 और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (एनओ2) जैसे प्रदूषक तत्वों का स्तर बढ़ जाता है.”


वहीं, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज की रेजिडेंट डॉक्टर अंशिता मिश्रा ने कहा कि वायु प्रदूषण ने अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया है. बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में मरीज सूखी खांसी और आंखों में जलन जैसी शिकायतें लेकर आ रहे हैं.


डॉ. मिश्रा ने आशंका जताई कि दिवाली के बाद और पड़ोसी राज्यों में किसानों द्वारा पराली जलाने की शुरुआत करने के बाद श्वास संबंधी शिकायतों के मामले और बढ़ेंगे. उन्होंने लोगों को मास्क पहनने, बाहरी गतिविधियों से बचने और पटाखे जलाने से बचने की सलाह दी है. डॉ. मिश्रा ने यह भी कहा कि अच्छा ‘सनस्क्रीन’ लगाए बिना बाहर न निकलें.


उन्होंने कहा, “दिल्ली जैसे मेट्रो शहरों में हवा की खराब गुणवत्ता के कारण हर गुजरते दिन के साथ बच्चों में अस्थमा और एलर्जी का खतरा बढ़ रहा है. वे धूल के प्रति अधिक संवेदनशील भी बन रहे हैं. उन्हें त्वचा संबंधी समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है.”


वरिष्ठ चिकित्सक एवं टीबी (क्षयरोग) विशेषज्ञ डॉ. मुकुल मोहन माथुर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में बताया कि वायु प्रदूषण के कारण ज्यादा उम्र के वयस्कों में अस्थमा और ब्रॉन्काइटिस जैसी श्वास समस्याओं के मामले 25 से 30 फीसदी बढ़ गए हैं. उन्होंने कहा, “कई मरीज थकान, सिरदर्द और अनिद्रा की शिकायत भी कर रहे हैं. लंबे समय तक प्रदूषण के संपर्क में रहने पर व्यक्ति में तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्याएं भी उभर सकती हैं.”


आज साफ रहेगा दिल्ली का मौसम


दिल्ली में बुधवार को अधिकतम तापमान इस सीजन का सबसे कम 33.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है, हालांकि दिन के अधिकांश समय शहर में ‘स्मॉग’ की मोटी चादर छाई रही. पूरे अक्टूबर माह में दिल्ली का दिन का तापमान 35 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा है तथा आने वाले दिनों में इसमें कमी आने की संभावना नहीं है. 


मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को आसमान साफ ​​रहने तथा अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान जताया है.


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