Delhi Air Pollution: दिल्ली में लगातार पांच दिन तक वायु गुणवत्ता के ‘गंभीर’ श्रेणी में रहने के बाद मंगलवार सुबह प्रदूषण के स्तर में मामूली कमी देखी गई पर एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का 24 घंटे का औसत एक्यूआई मंगलवार को 395 रहा, जो सोमवार के 421 से कम है.


दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता


पड़ोसी हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में भी हानिकारक वायु गुणवत्ता दर्ज की गई. गाजियाबाद में 24 घंटे का औसत एक्यूआई 342, गुरुग्राम में 364, नोएडा में 355, ग्रेटर नोएडा में 457 और फरीदाबाद में 374 दर्ज किया गया. दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के लिए पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (Ministry of Earth Sciences) की वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के अनुसार, आठ नवंबर को हवा की गुणवत्ता और खराब होने तथा इसके ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने के आसार हैं, जबकि नौ और 10 नवंबर को इसके ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रहने की आशंका है.


अगले 5-6 दिन तक हवा रहेगी खराब श्रेणी में


वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली ने पहले पांच से छह दिन और वायु गुणवत्ता के गंभीर रहने की आशंका जताई थी. एक बुलेटिन में कहा गया, ‘दिल्ली में आठ नवंबर को सुबह उत्तर-पश्चिम दिशा से 4-12 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा के आने तथा दोपहर/शाम तक आंशिक रूप से बादल छाए रहने और धुंध छाये रहने के आसार हैं. अलग-अलग दिशाओं से आ रही हवा के कारण नौ नवंबर की रात दिल्ली में एक या दो स्थानों पर बहुत हल्की बारिश का अनुमान है.’


दिल्ली में ऑड ईवन लागू


प्रदूषण के स्तर में मामूली गिरावट आने के बावजूद पीएम 2.5 की सांद्रता 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर की सुरक्षित सीमा से सात से आठ गुना अधिक रही. यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा निर्धारित स्वस्थ सीमा (15 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर) से 30 से 40 गुना अधिक है. दिल्ली सरकार ने दिवाली के बाद वायु गुणवत्ता के और बिगड़ने की आशंका के कारण चार साल बाद ऑड ईवन कार योजना लागू करने की सोमवार को घोषणा की. इस योजना के तहत ऑड ईवन पंजीकरण संख्या वाली कारों को वैकल्पिक दिनों (एक दिन छोड़कर एक दिन) पर चलाने की अनुमति दी जाती है.


शिकागो विश्वविद्यालय के ऊर्जा नीति संस्थान और ‘एविडेंस फॉर पॉलिसी डिजाइन’ ने 2016 में ऑड ईवन नीति के असर का विश्लेषण किया था और यह पाया था कि दिल्ली में उस साल जनवरी में यह नीति लागू किए जाने के दौरान पीएम 2.5 के स्तर में 14-16 फीसदी की कमी देखी गई. हालांकि, उसी साल जब अप्रैल में यह नीति फिर से लागू की गयी तो प्रदूषण में कोई कमी नहीं देखी गई.


10 नवंबर तक स्कूल बंद


स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए सरकार ने 10 नवंबर तक सभी स्कूलों में कक्षाओं को बंद करने और केवल ऑनलाइन कक्षाओं को अनुमति देने का फैसला किया है. केवल बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रहे 10वीं और 12वीं कक्षाओं के छात्रों पर यह लागू नहीं होगा. इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर राजेश चावला ने कहा कि दिल्ली की प्रदूषित हवा में सांस लेना एक दिन में लगभग 10 सिगरेट पीने के हानिकारक प्रभावों के बराबर है.


चिकित्सक ने बताया कि लंबे समय तक उच्च स्तर के प्रदूषण के संपर्क में रहने से अस्थमा, फेफड़ों तक सांस ले जाने वाली नलियों में सूजन और सांस से संबंधित समस्याएं पैदा हो सकती हैं तथा हृदय रोग का खतरा भी बढ़ सकता है. दिल्ली में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए केंद्र सरकार की ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के अंतिम चरण के तहत जरूरी सभी सख्त पाबंदियों को भी लागू किया गया है.


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