Delhi News: राजधानी दिल्ली के लोग जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं क्योंकि शुक्रवार को भी वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर स्तर पर बना रहा. बीते 24 घंटे के दौरा वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी AQI 429 दर्ज किया गया. इसकी मुख्य वजह पीएम2.5 है, धूल के महीन कण जो कि स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा होते है क्योंकि ये हमारे फेंफड़ों और रक्त प्रवाह में घुस जाते हैं. दिल्ली के 36 में से 14 मॉनिटरिंग स्टेशन में एक्यूआई 'गंभीर प्लस' श्रेणी में दर्ज किया गया. यहां AQI 450 से अधिक था. 


बाकी के स्टेशन में एक्यूआई का स्तर गंभीर दर्ज किया गया जो कि 401 से 450 के बीच है. एक्यूआई का यह स्तर वायु गुणवत्ता में गंभीर गिरावट को दर्शाता है जो कि बुजुर्गों, बच्चों और स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए घातक माना जाता है. शुक्रवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से अधिक है.


सुबह वक्त मौसम रहा ठंडा


सुबह की शुरुआत ठंड, धुंध और नमी के साथ हुई जो कि शुरुआत में 95 फीसदी थी और बाद में 71 फीसदी दर्ज की गई. नमी की स्थिति वायु प्रदूषण के स्तर प्रभाव को बढ़ा देती जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है. दिल्ली की वायु गुणवत्ता चिंता का विषय बनी हुई है. राजधानी में इस वक्त ग्रैप-3 लागू है.


ग्रैप का तीसरा चरण गंभीर स्थिति में लागू किया जाता है जब एक्यूआई 401 से 405 के बीच रहता है. ऐसी परिस्थिति में अधिकारियों ने विशेषकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस संबंधी रोगियों को बाहर ना निकलने की सलाह दी है. आईएमडी ने पूरे सप्ताहांत घना कोहरा छाए रहने की संभावना व्यक्त की है जिससे दृश्यता प्रभावित होगी. और वायु प्रदूषण का स्तर भी बढ़ेगा. वहीं, आईएमडी ने 26 दिसंबर के लिए दिल्ली में हल्की बारिश के आसार जताए हैं जो कि जहरीली हवा से अस्थायी राहत दे सकती है.


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