Delhi Latest News: बीते साल भारत के चंद्रयान ने चंद्रमा के उस हिस्से पर सॉफ्ट लैंडिंग कर इतिहास रचा था, जहां भारत से पहले कोई भी देश नहीं पहुंच सका था. यह पल सभी देशवासियों के लिए गौरव और कभी न भुलाए जा सकने वाला पल था. एक बार फिर चांद से जुड़ी एक और उपलब्धि भारत के नाम से जुड़ी है. दरअसल, दिल्ली के एमिटी स्कूल के बच्चों ने दुनिया भर के स्कूल के बच्चों को पीछे छोड़ते हुए देश के नाम किया है, वह भी दुनिया की सबसे बड़ी अमेरिकन स्पेस रिसर्च सेंटर नासा में.


दिल्ली के पुष्प विहार स्थित एमिटी इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं के समूह ने अमेरिका के नासा में आयोजित की गई "इंटरनेशनल स्पेस सेटलमेंट डिजाइन प्रतियोगिता" में दुनिया भर के स्कूलों की टीम को पछाड़ कर यह प्रतियोगिता अपने और देश के नाम की है, जिसमें साल 2059 तक धरती के 12 हजार निवासियों को चांद पर बसाए जाने की परियोजना का प्रदर्शन किया गया था. इस प्रतियोगिता का उद्देश्य यह जानना था कि, कैसे धरती से इंसान को चांद पर बसाया जा सकता है, उंसके लिए किन-किन चीजों की आवश्यकता होगी? इंसान कैसे वहां सर्वाइव करेंगे, अर्थ-व्यवस्था कैसी होगी, घर कैसे होंगे आदि.


इन छात्रों ने किया दुनिया भर में देश का नाम रौशन


एमिटी इंटरनेशनल स्कूल के10 छात्र-छत्राओं वाली टीम में समाया चौहान (XI), अक्षिता भंडारी (XII), ध्रुव भंडारी (XII), आदित्य राज वर्मा (XII), नाम्या जैन (XII), यश वाधवा (XII), अवनीत कौर विरदी (XII), तारुष गोस्वामी (XII), दक्ष ढुल (XII) और अर्श अरोड़ा (XII) शामिल थे. इन  छात्रों ने नेशनल और एशियन राउंड जीतकर "इंटरनेशनल स्पेस सेटलमेंट डिजाइन प्रतियोगिता" जीती है. यह प्रतियोगिता 26 जुलाई से 29 जुलाई 2024 तक यूएसए के फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर नासा में आयोजित की गई थी.


छात्रों ने सभी को किया गौरवान्वित 


एमिटी इंटरनेशनल स्कूल की चेयरपर्सन अमिता चौहान ने कहा, “यह बेहद गर्व और खुशी की बात है कि हमारे छात्र-छात्राओं छात्रों ने इतने ऊंचे दर्जे की इंटरनेशनल प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन किया है. हम एमिटी में छात्रों के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं और उनके कौशल और प्रतिभा को निखारते हैं. ताकि वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी चैंपियनशिप के लिए तैयार हों सकें. छात्र कल के भविष्य के नेता हैं और विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में इस उत्कृष्ट उपलब्धि के माध्यम से उन्होंने अपने माता-पिता, शिक्षकों और देश को गौरवान्वित किया है.” 


स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. अमिता मोहन ने कहा, “हमारे छात्र विभिन्न प्लेटफार्मों पर अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए तैयार हैं और प्रत्येक छात्र को उचित मार्गदर्शन और प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है, ताकि वे अपने कौशल को विकसित कर सकें. हमें उन पर और उनकी उपलब्धियों पर बेहद गर्व है और हम उनके भविष्य के सभी प्रयासों के लिएउन्हें शुभकामनाएं देते हैं.”


दुबई में आयोजित किया गया था एशियन लेवल


दुबई स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी में 29 अप्रैल से एक मार्च 2024 तक एशियाई स्तर की प्रतियोगिता आयोजित की गई थी, जिसमें ध्रुव भंडारी को "डिक एडवर्ड लीडरशिप अवार्ड" मिला और टीम को प्रतियोगिता के लिए "सोशल मीडिया इंटरएक्टिवनेस" के लिए विशेष उल्लेख मिला, जो पुरस्कारों की विशेष श्रेणी थी. इसके बाद टीम ने आईएसएसडीसी (इंटरनेशनल स्पेस सेटलमेंट डिजाइन कॉम्पेटिशन) के लिए प्रस्ताव फिर से प्रस्तुत किया और इंटरनेशनल स्पेस सेटलमेंट डिजाइन कॉम्पेटिशन के अंतिम राउंड के लिए क्वालीफाई किया. जिसमें टीम “वल्चर एविएशन” का प्रस्ताव सबसे आगे रहा और उसने शानदार जीत हासिल की.


दिल्ली के एमिटी इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं ने अमेरिका के नासा में आयोजित "इंटरनेशनल स्पेस सेटलमेंट डिजाइन प्रतियोगिता जीत देश का नाम रौशन किया. 


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