Delhi Air Pollution: दिल्ली राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) के तहत 132 में 31 शहर ऐसे है जिनमें साल 2020-21 में पीएम10 प्रदूषक एकाग्रता के स्तर में वृद्धि दिखे गई है. पर्यावरण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को जानकारी देते हुए बतया कि राजधानी दिल्ली सहित एनसीएपी के तहत मानकों को पूरा नहीं करने वाले 132 शहरों में से दिल्ली सहित 31 शहर शामिल हैं. जहां पर प्रदूषणकारी तत्व पीएम10 के स्तर में वृद्धि देखने को मिली है.


एनसीएपी के तहत पिछले दो सालों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में सुधार या गिरावट की सूचना देने वाले शहरों की संख्या के बारे में एक सवाल के जवाब में पर्यावरण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि 96 शहरों में पीएम10 में कमी और 31 शहरों में प्रदूषक स्तर में वृद्धि देखी गई है. इसके अलावा चार शहरों में इसकी मात्रा में कोई बदलाव नहीं दर्ज किया गया और फरीदाबाद के आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं.


पर्यावरण मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि सरकार ने देश भर में वायु प्रदूषण के स्तरों में कमी लाने के लिए राष्ट्रीय स्तर की एक कार्यनीति के रूप में 2019 में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम की शुरुआत की है. जिसमें सरकार ने एनसीएपी के तहत मानकों को पूरा नहीं करने वाले शहरों के लिए 423.21 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं. 


दिल्ली: वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए लगाई गई 23 एंटी स्मॉग गन, 150 टैंकरों से हो रहा है पानी का छिड़काव


आंकड़ों के अनुसार दिल्ली का PM10 स्तर 2019-20 में हवा के 192 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर (ug/m3) से बढ़कर 2020-21 में 193 ug/m3 हो गया. राजधानी के अलावा अन्य 30 शहरों में पीएम10 के स्तर में वृद्धि देखी गई है, उनमें अहमदाबाद, अमृतसर, लुधियाना, आगरा, विशाखापत्तनम, गुवाहाटी, जम्मू, श्रीनगर, इंदौर, ठाणे और हैदराबाद शामिल हैं.