Delhi News: देश की प्रमुख दूध विक्रेता गुजरात डेयरी को-ऑपरेटिव अमूल (Amul) ने एक बार फिर से अपने दूध के दाम में इजाफा किया है. इस बार अमूल ने तीन रुपये प्रति लीटर कीमत बढ़ाई गई है, जो तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है. इससे पहले पिछले साल अक्टूबर महीने में अमूल ने दो रुपये प्रति लीटर दूध के दाम बढ़ाए थे. नई कीमतों के लागू होने के बाद अमूल गोल्ड की कीमत 66 रुपये प्रति लीटर, अमूल ताजा 54 रुपये प्रति लीटर, गाय का दूध 56 रुपये प्रति लीटर जबकि अमूल A2 भैंस के दूध की कीमत 70 रुपये प्रति लीटर हो गई है. आज सुबह जब लोग दूध लेने डेयरी पर पहुंचे तो दूध की बढ़ी हुई कीमत से उनके दिन की शुरुआत हुई.
वहीं इस पर लोगों का कहना है कि जिस हिसाब से साल के शुरुआत में फिर से दूध के दाम बढ़ाए गए हैं, उससे वो नाखुश हैं. उनका कहना है कि सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए. इस तरह से लगातार रोजमर्रा की जरूरत की चीजों की कीमतें बढ़ने से इसका असर सीधा आम लोगों के पॉकेट और उनके घर के बजट पर पड़ता है. बढ़े हुए दूध के दाम को लेकर एबीपी न्यूज से बात करते हुए गृहणी रंजू पोद्दार ने बताया कि लगातार महंगाई हमारे बजट को बिगाड़ रही है. अब तो चाय पीना भी दुस्वार सा गया है. घर में जहां दो साल पहले चार बार चाय बना करती थी, अब मुश्किल से एक बार ही बनती है. इस बार सरकार की ओर से बजट भी आया तो उसमें खाने के साथ किचन से जुड़े किसी भी सामानों की कीमत कम नहीं की गई.
दूध की बढ़ी कीमत से रसोई बजट पर पड़ेगा असर
लगातार महंगाई बढ़ रही है दूध और घी तो दूर की बात अब रोटी खाना भी मुश्किल होता दिख रहा है. वहीं किशल्य कुमारी ने कहां कि ना तो लोगों की कमाई बढ़ रही है और ना ही जॉब करने वालों की सैलरी बढ़ती है, लेकिन महंगाई दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. हर चीज की कीमत पहले से ही बढ़ी हुई है, उस पर दूध की कीमत बढ़ने से हम लोगों को एक बार फिर से अपने बजट को बढ़ाना पड़ेगा. वहीं बिजनेस वूमेन रूपम से बताया कि इस बार वित्त मंत्री द्वारा पेश किए गए बजट से काफी उम्मीद थी जो पूरी नहीं हुई. इसके साथ ही अचानक इस तरह दूध की बढ़ी कीमत बढ़ जाने से घाव पर नमक छिड़कने वाली बात हो गई. किचन के बजट को लगातार गृहणी ही नहीं घर के कमाने वाले भी ठीक करने में लगे रहते हैं.
सरकार महंगाई से दिलाए राहत
रूपम का कहना है कि सरकार ने महंगाई कम करने की बात कही थी, लेकिन लगातार महंगाई बढ़ती जा रही है, जिससे आम आदमी की कमर टूट चुकी है. रोजमर्रा की आवश्यक चीजों की कीमतें बढ़ने से आम आदमी को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. वहीं कंपनी का कहना है कि "कीमतों में यह बढ़ोतरी दूध के संचालन और उत्पादन की कुल लागत में बढ़ोतरी के कारण की जा रही है. पिछले साल की तुलना में केवल पशुओं के चारे की लागत में ही लगभग 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है."