बैन के बावजूद दिल्ली में हुई आतिशबाजी का असर, दिवाली की रात कई जगह AQI पहुंचा 999! ज्यादातर लोग बीमार
Delhi Air Pollution: दिल्ली में जमकर हुई आतिशबाजी से न केवल दिल्ली की हवा में जहर घुल गया बल्कि NCR के 69 फीसदी परिवार गले में खराश और जलन की शिकायत की है. दो सप्ताह पहले यह संख्या 36% थी.
Delhi AQI News: दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध लागू होने के बावजूद जमकर हुई आतिशबाजी का अब सामने आ गया है. दिल्ली की एयर क्वालिटी को लेकर आए सर्वे में खुलासा हुआ है कि कई हिस्सों में दिवाली की रात AQI का स्तर 999 दर्ज किया गया. इतना ही नहीं, दिल्ली में 69 फीसदी परिवार ऐसे हैं जिनपर प्रदूषण का सीधा असर दिखा है.
दरअसल, लोकल सर्किल्स ने दिल्ली में GRAP 1 लागू होने के तुरंत बाद 19 अक्टूबर को एक सर्वेक्षण किया था. भविष्य में उनका सामना कैसे किया जाए? ताकि पता लगाया जा सके कि लोग क्या अनुभव कर रहे हैं? यह सर्वेक्षण 1 नवंबर की सुबह (दिवाली के बाद) समाप्त हुआ.
इस सर्वेक्षण में दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद और गाजियाबाद के निवासियों से 21,000 से अधिक प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुईं. 63% उत्तरदाता पुरुष थे, जबकि 37% उत्तरदाता महिलाएं थीं.
Delhi NCR के लोग इससे परेशान
सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली एनसीआर के 69 प्रतिशत परिवारों में एक या एक से अधिक सदस्यों को गले में खराश व खांसी की शिकायत की है. जबकि 62 फीसदी को प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण आंखों में जलन होती है. 46 प्रतिशत में किसी को नाक बहने की समस्या से ग्रसित बताया.
पटाखों के भंडारण पर 1 जनवरी 2025 तक बैन
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) द्वारा 1 जनवरी, 2025 तक पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध का बहुत कम प्रभाव पड़ा है, क्योंकि अधिकारियों द्वारा कोई भी अनुपालन नहीं किए जाने के कारण सभी चार NCR शहरों में खुलेआम पटाखे बेचे और खरीदे जा रहे हैं.
यही वह है कि कई लोगों को पहले से ही खांसी और जुकाम है और कुछ लोग पहले से ही अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) जैसी सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित हैं. दिवाली की रात आतिशबाजी के बाद न केवल AQI खतरनाक स्तर पर पहुंच गया, बल्कि बड़ी संख्या में लोग भी प्रभावित हुए हैं.
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