Delhi Air Pollution News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की आबोहवा आज भी जहरीली है. इसमें सुधार की अभी कोई संभावना नहीं है. प्रदूषण की वजह से दिल्ली सेहत बेहद खराब हो गई है. दिल्ली में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 358 है, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है. मंगलवार सुबह के समय दिल्ली के कई इलाकों में एक्यूआई 400 के पार है. सबसे ज्याद एक्यूआई पूठ खुर्द में 462 दर्ज किया गया है.


वेबसाइट https://www.aqi.in/in/ के मुताबिक पूठ खुर्द में एक्यूआई 462, न्यू सरूप नगर में 433, आरके पुरम में 418, प्रशांत विहार में 413, पीजीडीएवी कॉलेज में 412, न्यू दिल्ली यूएस इम्बेसी इलाके में 409, मदर डायरी प्लांट में 430, रोहिणी सेक्टर 10 में 399, कालका जी में 389, ओखला फेस टू में 381, मुंडका में 378, अलीपुर में 358, भलस्वा में 375 दर्ज किया गया है. दिल्ली के अन्य इलाकों में कमोवेश यही हाल है. 



वायु गुणवत्ता निगरानी में विशेषज्ञता रखने वाली स्विस कंपनी ‘आईक्यूएयर’ के मुताबिक  सोमवार को दिल्ली, दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर था. इसके बाद पाकिस्तान के लाहौर और कराची शहरों का स्थान था. दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में मुंबई और कोलकाता क्रमश: पांचवें और छठे स्थान पर हैं.


औसत एक्यूआई बेहद खराब  


रविवार को दिवाली के दिन आठ वर्षों में सबसे बेहतर वायु गुणवत्ता दर्ज की गई थी. इस दौरान 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) अपराह्न चार बजे 218 दर्ज किया गया था. हालांकि, रविवार देर रात तक आतिशबाजी होने से कम तापमान के बीच प्रदूषण के स्तर में तेजी से बढ़ोतरी हुई. सोमवार सुबह सात बजे एक्यूआई 275 (खराब श्रेणी) दर्ज किया गया जो शाम चार बजे तक धीरे-धीरे बढ़कर 358 हो गया. बता दें कि एक्यूआई शून्य से 50 के बीच 'अच्छा', 51 से 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच 'मध्यम', 201 से 300 के बीच 'खराब', 301 से 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 से 450 के बीच 'गंभीर' माना जाता है. एक्यूआई के 450 से ऊपर हो जाने पर इसे 'अति गंभीर' श्रेणी में माना जाता है.


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