Delhi News: दिल्ली विधानसभा में बीजेपी विधायक अभय वर्मा ने कहा, मैं पांच साल से विधायक हूं, लेकिन चौथे वर्ष में अचानक पानी और सीवर की समस्या क्यों खड़ी हो गई, क्यों इस पर सदन में चर्चा हो रही है? इसका मुख्य कारण यह है कि निगम ने नालियों की सफाई नहीं कराई. गाद नहीं निकाले गए. वो सीवर लाइन में गया और सीवर लाइन बैठ गई. मेरे विधानसभा में लोगों ने मुझसे ऐसी शिकायत की है.
बीजेपी विधायक ने आगे कहा कि डीजेबी के अफसर कहते हैं कि जल बोर्ड के पास फंड नहीं है. जल बोर्ड की अध्यक्ष मंत्री ने काम क्यों नहीं किए? दिल्ली को 1500 एमजीडी पानी चाहिए, लेकिन सरकार ने क्या किया? आज हमारे क्षेत्र में यह स्थिति है कि 15 मिनट पानी नहीं मिलता है. सरकार ने पानी नहीं बढ़ाया और दोषारोपण अधिकारियों पर कर रहे हैं.
AAP अफसरों का बचाव न करें
इसके जवाब में स्पीकर राम निवास गोयल ने कहा कि अगर आपकी विधानसभा में कोई समस्या है तो बताइए. मुख्य सचिव और जल बोर्ड के CEO यहां बैठे हैं. आप अधिकारियों का बचाव मत करिए.
ग्राउंड वाटर बढ़ाने की जरूरत
मंत्री आतिशी ने अभय वर्मा के सवालों के जवाब में कहा कि यह सही बात है कि दिल्ली में पानी और चाहिए. जितनी तेजी से आबादी बढ़ रही है, उसकी तुलना में पानी नहीं आ रहा. दिल्ली के पास कोई सोर्स नहीं है पानी का. इस पर हमारी मीटिंग हुई है और मुख्य सचिव ने खुद जिम्मेदारी ली है. ग्राउंड वाटर बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. दिल्ली में यह संभावना है कि हम ग्राउंड वाटर बढ़ा सकते हैं. इसके लिए उपयुक्त व्यवस्था की जाएगी. दिल्ली में गर्मियों का समय आ रहा है, तो हम यह भी देख रहे हैं कि शॉर्ट टर्म पर कहां बोरवेल हो सकता है. जहां तक फंड की बात है. यह तीन विभागों का साझा काम है. मेरा मुख्य सचिव से निवेदन है कि तीनों विभागों के कॉर्डिनेशन कर फंड मुहैया कराएं. फंड की कमी नहीं है. कॉर्डिनेशन की कमी है.