Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय राजधानी में अनुसूचित जाति (एससी) मतदाताओं की अच्छी-खासी संख्या वाली 12 आरक्षित सीट सहित कुल 30 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के एजेंडे में शीर्ष पर है. इन क्षेत्रों में बीजेपी अपनी पकड़ बनाने के लिए अभी से रणनीति तय करने में जुट गई है. बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता बहुत जल्द इन क्षेत्रों में तय नीतियों पर काम करना शुरू कर देंगे. 


बीजेपी के एक एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘इन 30 विधानसभा क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के साथ घर-घर जाकर संपर्क बढ़ाने के लिए समर्पित ‘विस्तारक’ (दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ कार्यकर्ता) नियुक्त किए गए हैं. इनमें ज्यादातर अनधिकृत कॉलोनियां और झुग्गी बस्तियां शामिल हैं.’’ 


इन सीटों पर दलित मतदाताओं का मिला समर्थन


बीजेपी ने हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में सात संसदीय सीट में फैले अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित 12 विधानसभा क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया था. उन्होंने कहा कि 12 में से आठ विधानसभा क्षेत्रों में बीजेपी को ‘इंडिया’ गठबंधन के उम्मीदवारों से अधिक वोट मिले. बीजेपी नेता ने कहा, ‘‘इससे पार्टी के भीतर विश्वास बढ़ा है कि दलित मतदाताओं  की बहुलता वाली ये सीट विधानसभा चुनाव में भी जीती जा सकती हैं.’’


बीजेपी दलित बहुल सीटों को जीतने में नाकाम


बीजेपी साल 2013 के बाद से दलित बहुल सीट को जीतने में लगातार विफल रही है.  पार्टी को दिल्ली में सरकार बनाने में कठिन चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. बीजेपी की दिल्ली इकाई के अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष मोहन लाल गिरहा ने कहा, ‘‘इन 12 आरक्षित सीट के अलावा बिजवासन, नरेला, नांगलोई और शाहदरा जैसे लगभग 18 निर्वाचन क्षेत्र भी हैं, जहां दलित मतदाता चुनाव में उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.’’  


4000 मतदान केंद्र बीजेपी के लिए अहम


मोहन लाल गिरहा ने कहा कि पार्टी द्वारा जिन्हें ‘विस्तारक’ नियुक्त किया गया है, वे कुल 13 हजार से अधिक मतदान केंद्रों में से लगभग चार हजार मतदान केंद्रों पर ध्यान केंद्रित करेंगे. बीजेपी के लिए दलित वोट मायने रखते हैं. उन्होंने कहा कि इन 30 विधानसभा सीट में से प्रत्येक में एक समर्पित ‘विस्तारक’ होगा, जो मतदाताओं के साथ नियमित घर-घर संपर्क सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक बूथ के लिए 10 कार्यकर्ताओं को तैनात करेगा.  


जनवरी-फरवरी 2025 में होगा चुनाव


बता दें कि दिल्ली विधानसभा की कुल 70 सीटों पर चुनाव अगले साल जनवरी और फरवरी में होना है. इस बार कांग्रेस ने भी विधानसभा चुनाव की तैयारी में अभी से जुट गई है. कांग्रेस ने अकेले दम पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है. 


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