Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है. इस बीच दिल्ली की मुख्यमंत्री और आप नेता आतिशी ने वोटर लिस्ट के मसले पर बीजेपी पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जब भारत आजाद हुआ था तो लोगों ने एक सपना देखा था कि अपना प्रतिनिधि चुनने का अधिकार होगा लेकिन आज बीजेपी वोट के अधिकार का घोटाला कर रही है. संविधान की धज्जियां उड़ा रही है.


सीएम आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, ''दिल्ली विधानसभा में वोट घोटाला सामने आया है और वोटर लिस्ट फ़ाइनल होने से पहले रिवीजन होती है जिसमें ये पता लगाया जाता है कि कोई मतदाता घर छोड़कर तो नहीं चला गया या वोटर की मौत तो नहीं हो गई लेकिन नई दिल्ली विधानसभा में करीब एक लाख मतदाता हैं और इसमें दस हजार नए वोटर जोड़ने की एप्लीकेशन आ गई यानी दस प्रतिशत नए मतदाता जोड़ने के लिए आवेदन आए.''


ये कौन लोग हैं जो वोट कटवा रहे- आतिशी


उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, ''ये लोग समरी रिवीजन के समय कहां थे और करीब 6167 वोटर के नाम काटने के आवेदन किए गए. लेकिन सवाल उठता है कि जब समरी रिवीजन हो रहा था तो ये लोग कहां थे यानी 5.5% वोट काटना और दस फीसदी वोटर जोड़ना पूरे चुनाव को प्रभावित कर सकता है. ये कौन लोग हैं, जो वोट कटवा रहे हैं. 


चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही- आतिशी


आतिशी ने ये भी कहा कि निर्वाचन आयोग नहीं पता लगा पाया और जिन 84 लोगों के नाम से आवेदन दिए गए जब उन्हें चुनाव आयोग ने बुलाया तो अधिकांश लोगों ने कहा कि नाम कटवाने के लिए हमने कोई आवेदन नहीं दिया. आतिशी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, ''नई दिल्ली विधान सभा में एक बड़ा स्कैम चल रहा है और झूठी एप्लीकेशन के सहारे चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है. चुनाव आयोग के सामने जब इतनी बड़ी सच्चाई आ गई तो इस पूरे मामले में जांच क्यों नहीं बैठाया गया. कल हमने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मुलाकात का वक्त मांगा है.


राघव चड्ढा ने भी लगाए गंभीर आरोप


आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा, ''नई दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर जो भी बातें सामने आईं, वो आपके सामने रखी गई हैं. वोटर लिस्ट से नाम कटवाने की प्रक्रिया है कि या तो वो खुद नाम कटवाए या फिर कोई और ऑब्जेक्टर एप्लीकेशन देता है लेकिन नई दिल्ली विधान सभा में नई बातें सामने आई. ग्यारह ऑब्जेक्टर ने साफ तौर से मना कर दिया और कहा कि हमने कोई नाम काटने का आवेदन नहीं दिया, जो चौंकाने वाली बात है.''


उन्होंने सवाल उठाते हुए आगे कहा, 'न जाने कितने ऐसे लोग हैं, जिनके नाम पर फर्जी तरीके से वोटर लिस्ट से नाम कटवाने की एप्लीकेशन दी गई है. ऑब्जेक्टर वेरिफिकेशन होना आवश्यक है और हमारी इस मांग को खारिज कर दिया गया. हमने ऑब्जेक्टर वेरिफिकेशन को लेकर पांच मांगें रखी और हमारी सभी मांगों को चुनाव आयोग द्वारा ख़ारिज कर दिया गया. जवाब में कहा गया कि इससे ऑब्जेक्टर की गोपनीयता भंग होगी.


संजय सिंह ने क्या कहा?


आप सांसद संजय सिंह ने एक ऑडियो क्लिप सुना कर नई दिल्ली में वोटर लिस्ट से काटे जा रहे नामों की सच्चाई बताने की कोशिश की. उन्होंने कहा, ''ये वो ऑब्जेक्टर है, जिन्होंने मेरी पत्नी के नाम को वोटर लिस्ट से काटने की एप्लीकेशन दी है. क्या ये बात जिलाधिकारी और चुनाव आयोग को नहीं पता है? सब पता है लेकिन कार्रवाई क्यों नहीं हो रही, ये बड़ा सवाल है.''


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