Delhi Election 2025: दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान होना बाकी है. इससे पहले पार्टियों के बीच में जुबानी जंग तेज होती जा रही है. इस कड़ी में  दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने केंद्र और दिल्ली सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि दोनों सरकारें गरीबों को मकान देने के नाम पर धोखा दे रही हैं.


देवेंद्र यादव ने कहा कि कांग्रेस की दिल्ली सरकार द्वारा शुरु किए गए अशोक विहार जेलरवाला बाग में ईडब्लूएस फ्लैट्स के प्रोजेक्ट का आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उद्घाटन करना कोई नई घटना नही है. उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम चुनाव के दौरान नवम्बर 2022 में भी मोदी ने कालका जी में इडब्लूएस फ्लैट्स की चाबी 10 गरीबों को देकर दिल्ली की जनता को गुमराह किया था, जबकि कालका जी में बने हुए फ्लैटों का आवंटन प्रक्रिया आज तक पूरी नहीं हुई है.


जनता का पैसा बर्बाद करने का आरोप


उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी, कांग्रेस द्वारा शीला दीक्षित सरकार के कामों और उपलब्धियों पर अपनी मोहर लगाकर दिल्ली विधानसभा चुनाव में दिल्ली वालों को भ्रमित करने के लिए दोनो पार्टी सिर्फ वोट की राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि मोदी ने सेंट्रल विस्टा में हजारों करोड़ रुपये और अरविन्द केजरीवाल ने अपने ऐशो आराम के लिए शीश महल बनाकर जनता के सैंकड़ों करोड़ बर्बाद किये.


झूठी सहानुभूति से सत्ता प्राप्ति का आरोप


यादव ने कहा कि, आप और बीजेपी लोगों के प्रति झूठी सहानूभूति दिखाकर सत्ता प्राप्ति के लिए ओछी राजनीति कर रहे है, जिसे जनता अब समझ चुकी है. जनता कांग्रेस द्वारा किए कामों को याद कर रही है और आने विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को एकमत से वोट देने का निर्णय बना रही है.


डीपीसीसी अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा जेलरवाला बाग में 1675 ईडब्लूएस फ्लैट्स, कालका जी में 3024 फ्लैट बनाने का काम शुरु किया था और इसी कड़ी में कठपुतली कॉलोनी प्रोजेक्ट के 2800 फ्लैट्स के निर्माण की सभी प्रक्रिया कांग्रेस सरकार ने पूरी की जिसका काम 2014 में शुरु हुआ. लेकिन 11 वर्षों में केजरीवाल सरकार और दिल्ली विकास प्राधिकरण आज तक पूरा नही कर पाई. उन्होंने कहा कि कालका जी में 1862 फ्लैट का आवंटन हुआ जबकि 1000 से ज्यादा लोग आज भी अपना मकान मिलने का इंतजार कर रहे है.


ओछी राजनीति के कारण गरीबों को नहीं मिले फ्लैट


यादव ने बताया कि दिल्ली में कांग्रेस सरकार ने दिल्ली में 229 जे.जे.कलस्टरों को फ्लैट बनाने के लिए चिन्हित किया था, जिनमें राजीव रत्न आवास योजना, बेसिक सर्विसेज अर्बन पुअर (बीएसयूपी) और डीएसआईआईडीसी के तहत 8 प्रोजेक्ट, दिल्ली अर्बन शेल्टर इम्प्रूवमेंट बोर्ड (डीयूएसआईबी) के तहत 6 प्रोजेक्ट, 1 डीडीए और 1 एनडीएमसी के तहत 3083.37 करोड़ की अनुमानित राशि में 67800 गरीबों को फ्लैट बनाकर देने की योजना बनाई थी.


जिनमें 20 मार्च 2012 तक 13820 फ्लैट का निर्माण पूरा करने के साथ 15288 फ्लैट निर्माणाधीन थे और 38696 फ्लैट बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया का काम चल रहा था. लेकिन अरविन्द केजरीवाल के दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने के बाद दिल्ली के गरीब लोगों को मिलने वाले फ्लैट बीजेपी और आप की ओछी राजनीति के कारण आज तक नही दिए गए.


कांग्रेस राज में बनाए गए 45 हजार फ्लैट- डीपीसीसी


दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने केंद्र और दिल्ली सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि दोनों सरकारें गरीबों को मकान देने के नाम पर धोखा दे रही हैं. कांग्रेस की दिल्ली सरकार ने ‘राजीव रत्न आवास योजना’ के तहत नरेला, बवाना, घेवरा में 45 हजार फ्लैट गरीबों के बेहतर जीवन स्तर के लिए बनवाए थे. उन्हें अरविन्द केजरीवाल ने जहां अलॉटमेंट करने में मुख्यमंत्री आवास योजना का नाम बदलकर देरी की वहीं केन्द्र की बीजेपी सरकार ने इनकी अलॉटमेंट पर रोक लगा दी और अभी तक गरीबों को चाबी नही दी है.


जबकि, बीजेपी की केंद्र सरकार आवंटन के लिए तैयार घरों को किराए की योजना (एफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग स्कीम) में शामिल करने का प्रस्ताव लेकर आ गई. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल और बीजेपी की असंवेदनशीलता के चलते दिल्ली के गरीबों को अब तक यह मकान नहीं मिल सके. दोनो ने झुग्गी-झोपड़ी वालों को ‘जहाँ-झुग्गी, वहीं मकान’ का सपना दिखाकर धोखा देने का काम किया है.


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