Delhi Poll 2025: दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने सोमवार को जानकारी दी कि इसे 29 नवंबर से लेकर अब तक 82,450 वोटरों के नाम लिस्ट से हटाने का आवेदन मिला है जबकि 4.8 लाख नए रजिस्ट्रेशन का आवेदन आया है. यह जानकारी ऐसे वक्त में दी जा रही है जब आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच वोटर लिस्ट से नाम हटाने को लेकर सियासी घमासान चल रहा है.
दिल्ली सीईओ की ओर से कहा गया है कि मतदाताओं की अंतिम सूची तैयार की जा रही है और यह 6 जनवरी 2025 को जारी की जाएगी. सीईओ की ओर से यह जानकारी भी दी गई है कि आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है जिन्होंने ओखला विधानसभा सीट में वोटर रजिस्ट्रेशन के लिए फर्जी दस्तावेज सौंपा था. रजिस्ट्रेशन के लिए फर्जी दस्तावेज सौंपना दंडनीय अपराध है. उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सीईओ ने कहा कि जनप्रतिनिधि अधिनियम 1950 की धारा 17 और 18 के अंतर्गत एक से अधिक वोटर आईडी कार्ड रखना दंडनीय अपराध है
कराया जाएगा स्पेशल रिविजन
सीईओ ने बयान में कहा कि इस मतदाता सूची को लेकर स्पेशल समरी रिविजन कराया जा रहा है. इसके लिए 1 जनवरी की तारीख तय की गई है. भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त की ओर से मिले निर्देश के अनुसार यह कार्रवाई की जा रही है. इसमें यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि मतदाता सूची अपडेटेड हो. सभी पात्र वोटरों के लिए समावेशी हो.
घर-घर जाकर किया गया वेरिफिकेशन
रिविजन से पहले की अवधि में 20 अगस्त 2024 से 18 अक्टूबर तक घर-घर जाकर वेरिफिकेशन किया गया. यह काम बूथ लेवल ऑफिसर द्वारा कराया गया. इसका मकसद उनको चिह्नित करना था जिनका रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ और 1 अक्टूबर 2025 तक 18 साल के हो गए हैं. इसमें डुप्लीकेट एंट्री चेक करना, मृतक मतदाता के नाम चेक करना और ऐसे लोगों को चिह्नित करना था जो कहीं और शिफ्ट हो गए हैं. सीईओ की ओऱ से बताया गया कि लोगों की आपत्तियां 28 नवंबर तक मिलीं. सभी दावों और आपत्तियों का निपटारा 24 अक्टूबर तक कर दिया गया. .
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