रामनिवास गोयल ने दिल्ली चुनाव लड़ने से किया इनकार तो भावुक हुए अरविंद केजरीवाल, बोले- 'AAP को उनके...'
Delhi Election 2024: दिल्ली में विधानसभा के चुनाव अगले साल कराए जाने हैं. इससे पहले आप को एक और झटका लगा है. रामनिवास गोयल ने खुद को चुनावी राजनीति से अलग कर लिया है.
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली के शाहदरा से आम आदमी पार्टी के विधायक और विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल (Ram Niwas Goel) ने एक बड़ा फैसला लेकर सबको हैरान कर दिया है. रामनिवास गोयल ने विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. इसपर आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा है कि रामनिवास गोयल का चुनावी राजनीति से अलग होने का निर्णय हम सभी के लिए एक भावुक क्षण है. उनके मार्गदर्शन ने वर्षों तक हमें सदन के अंदर और बाहर सही दिशा दिखाई है.
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि अपनी बढ़ती उम्र और स्वास्थ्य के चलते उन्होंने हाल ही में अभी कुछ दिन पहले ही चुनावी राजनीति से अलग होने की अपनी इच्छा जाहिर की थी. उनके निर्णय का हम सम्मान करते हैं. रामनिवास गोयल हमारे परिवार के अभिभावक थे, हैं और हमेशा रहेंगे. पार्टी को उनके अनुभव और सेवाओं की भविष्य में भी हमेशा जरूरत रहेगी.
अपनी चिट्ठी में राम निवास गोयल ने लिखी यह बात
रामनिवास गोयल ने अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखी है. इसमें उन्होंने लिखा, ''केजरीवाल, मैं विनम्रतापूर्वक आपको अवगत कराना चाहता हूं कि पिछले 10 वर्षों से शहादरा विधान सभा के विधायक और विधानसभा अध्यक्ष के रूप में मैंने कुशलतापूर्वक अपना दायित्व निभाया है. आपने मुझे हमेशा बहुत सम्मान दिया है, जिसके लिए मैं सदा आपका आभारी रहूंगा. पार्टी और सभी विधायकों ने भी मुझे बहुत सम्मान दिया है, इसके लिए मैं सबका आभार प्रकट करता हूं."
उन्होंने आगे लिखा, ''अपनी आयु के कारणों से स्वयं को चुनावी राजनीति से अलग करना चाहता हूं. मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि मैं आम आदमी पार्टी में रहकर तन-मन-धन से सेवा करता रहूंगा. आपकी ओर से जो भी दायित्व मुझे सौंपा जाएगा उसको निभाने का प्रयास करूंगा.''
बीजेपी में रह चुके हैं रामनिवास गोयल
रामनिवास गोयल 2015 और 2020 में आप से चुनाव लड़ा था और विजयी हुए थे. रामनिवास गोयल बीजेपी में रह चुके हैं. 1993 में पहली बार बीजेपी से चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचे थे. 2020 के चुनाव में उन्होंने बीजेपी के संजय गोयल और 2015 में बीजेपी के जितेंद्र सिंह शंटी को हराया था.
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