Delhi Election: दिल्ली में अकेली पड़ी कांग्रेस! AAP का जिक्र कर टीएस सिंह देव, 'इंडिया गठबंधन तो...'
Delhi Assembly Election 2025: टी.एस.सिंहदेव ने कहा कि इंडिया गठबंधन जब बना तो यह तय हुआ था कि राज्यों में जितना संभव हो उतना तालमेल हम बिठाने की कोशिश करेंगे.
Delhi Poll 2025: टीएमसी और सपा ने दिल्ल में आप को समर्थन देने का ऐलान किया. शिवसेना (यूबीटी) ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी जीतेगी. कांग्रेस को इंडिया गठबंधन के सहयोगियों से समर्थन नहीं मिल रहा है. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टी.एस. सिंहदेव ने कहा, ''इंडिया गठबंधन का लक्ष्य 2024 का लोकसभा चुनाव था और साथ ही प्रयास यह किया जाना था राज्यों में जितना तालमेल बन सके, बनाएंगे.''
'अलग-अलग परिस्थितियां हैं'
टी.एस. सिंहदेव ने कहा, ''आप की बात करें तो पंजाब में आमने-सामने लड़े. हरियाणा, दिल्ली और गुजरात में सीट शेयरिंग हुई. कहीं हुई कहीं नहीं हुई. टीएमसी के साथ ये बंगाल में नहीं हुई. अलग-अलग परिस्थितियां हैं. इंडिया गठबंधन उस ढांचे में नहीं बंधा है कि हम इसे एक एक इकाई कहें. अलग-अलग घटकों के हित हैं लेकिन देश की परिस्थिति, राजनीतिक, संवैधानिक और सामाजिक चुनौतियों से पार पाने के लिए एक मंच पर रहें और उसमें अंतर ना हो.''
अमीरों के लिए बना है जीएसटी - सिंहदेव
जीएसटी के मामले में टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि यह अमीरों द्वारा अमीरों के लिए बनाया गया है. उन्होंने कहा, ''वन नेशन वन टैक्स के नाम पर जो व्यवस्था लागू की गई है वह अमीरों के द्वारा अमीरों के लिए है. इस स्वरूप में देख पा रहे हैं कि देश में पहले डायरेक्ट टैक्स से राजस्व केंद्र सरकार को आता था. राजस्व में मुख्य भाग आयकर, एक्साइज ड्यूटी और सेल्स टैक्स (वैट) का था. उससे भी वसूली हुआ करती थी लेकिन कुछ आंकड़ों से बताएंगे कि अब क्या स्थिति है.''
#WATCH | Bhopal, MP | Congress leader TS Singh Deo says, "The target of the INDIA alliance was the 2024 Lok Sabha elections and simultaneously making efforts to collaborate as much as possible in the states..." pic.twitter.com/uZbMsUFKbp
— ANI (@ANI) January 9, 2025
कम आय वाले राजस्व में दे रहे ज्यादा योगदान - सिंहदेव
छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा, ''आज देश के 10 प्रतिशत उच्चतम आय वाली आबादी राजस्व में 3 प्रतिशत का योगदान दे रही है जबकि 50 प्रतिशत जनसंख्या जो कि सबसे कम आय वाली है वह जीएसटी के माध्यम से 64 प्रतिशत योगदान दे रही है. अमीरी और गरीबी में अंतर बढ़ता जा रहा है. यह क्यों हो रहा है. जो ज्यादा अमीर हैं उनपर कर का भार कम है और जो कम आय वाले लोग हैं, उनपर कर का भार ज्यादा है. उनके पास परिवार चलाने के लिए कम पैसे बच रहे हैं ऊपर के वर्ग के पास ज्यादा पैसे बच रहे हैं.''
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