दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP के साथ गठबंधन करेगी कांग्रेस? देवेंद्र यादव ने दे दिया साफ जवाब
Delhi News: दिल्ली कांग्रेस चुनाव अकेले लड़ेगी, आप के साथ पिछले गठबंधन को नुकसानदेह मानते हुए दिल्ली जोड़ो यात्रा के माध्यम से लोगों से जुड़ेगी, राहुल गांधी को शामिल करने की योजना है.
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव भले ही अगले साल की शुरुआत में हो लेकिन यहां जोड़-तोड़ अभी से शुरू हो गया है. इस बीच लोकसभा चुनाव में मिली असफलता के बाद अब कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया है. दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा है कि पार्टी आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन के कारण पार्टी को लोकसभा चुनाव में नुकसान हुआ है.
कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा है कि पार्टी आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (डीपीसीसी) प्रमुख यादव ने मंगलवार (30 जुलाई) को ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए इंटरव्यू में कहा कि पार्टी शहर में लोगों तक पहुंच बनाने के लिए ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की तर्ज पर ‘दिल्ली जोड़ो यात्रा’ निकालने की भी योजना बना रही है.
लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस ने किया है फैसला
यादव ने कहा, ‘‘गठबंधन (आप के साथ) देश के व्यापक हित में किया गया था, लेकिन अब जब हमने इसका मूल्यांकन किया है, तो हमें लगता है कि इससे कहीं न कहीं हमें नुकसान हुआ है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस ने फैसला किया है कि वह विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. हम विभिन्न कार्यक्रमों पर काम कर रहे हैं, चाहे वह संगठन को मजबूत करना हो या जनता से जुड़ने का कार्यक्रम हो. ‘दिल्ली जोड़ो यात्रा’ इन कार्यक्रमों के तहत निकाली जायेगी.
यादव ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस ‘भारत जोड़ो यात्रा’ और ‘न्याय यात्रा’ की तर्ज पर इस यात्रा की तैयारी कर रही है और यह जल्द ही शुरू होगी. उन्होंने कहा कि इस यात्रा में शामिल होने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को आमंत्रित किया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘इसमें शामिल होने के लिए पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं को निश्चित रूप से आमंत्रित किया जायेगा.’’
नहीं पड़ेगा कोई फर्क
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़ने वाले पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली और अन्य नेताओं के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा, ‘‘जब वह (लवली) बीजेपी में शामिल हुए तो एक ऐसी धारणा बनाई गई जिसके कारण लोकसभा चुनाव में हार हुई. लेकिन आज जब हम अपने संगठन और अपने कार्यकर्ताओं को देखते हैं तो हमें लगता है कि आगामी चुनावों में पार्टी छोड़ने वालों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा.’’
पार्टी के प्रति बढ़ा है जनता का समर्थन
यादव ने कहा कि कि शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस ने 15 साल तक सत्ता में रहते हुए शहर में विकास के कई महत्वपूर्ण कार्य किये. उन्होंने कहा, ‘‘उस समय सभी ने दिल्ली को बदलते देखा था. चाहे वह बुनियादी ढांचा हो, सामाजिक सुरक्षा हो या व्यक्तिगत, हर व्यक्ति को उसका अधिकार मिला.’’ यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद उन्हें लगता है कि पार्टी के प्रति जनता का समर्थन बढ़ा है. दिल्ली कांग्रेस प्रमुख ने इस बात पर जोर दिया कि पार्टी समावेशी विकास में विश्वास करती है और उसने हमेशा पिछड़ों और दलितों की बेहतरी के लिए काम किया है.
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