Delhi Assembly Special Session: दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान आज सोमवार को काफी हंगामा हुआ. विधानसभा में हो रहे लगातार हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही कल तक के लिये स्थगित कर दी गई. वहीं विश्वास मत पर मंगलवार को भी चर्चा जारी रहेगी. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने आज सोमवार को विधानसभा के विशेष सत्र में विश्वास मत का प्रस्ताव पेश किया था. इस दौरान सीएम केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा.
दिल्ली विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश करते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा कि लोगों ने पूछा कि विश्वास प्रस्ताव की क्या जरूरत है. मैंने कहा विश्वास प्रस्ताव से हम दिखाना चाहते हैं कि AAP का एक-एक विधायक और कार्यकर्ता कट्टर ईमानदार हैं. मध्य प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र, कर्नाटक में ऑपरेशन लोटस सफल रहा लेकिन दिल्ली में आकर वह टायं-टायं फिस हो गया. इन्होंने (BJP) हमारे विधायक खरीदने की पूरी कोशिश की. विश्वास प्रस्ताव से हम साबित करेंगे कि एक भी विधायक नहीं बिका.
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सीएम केजरीवाल ने विधानसभा में कहा, "पूरे देश में लोग महंगाई से बहुत परेशान हैं. इन्होंने हर चीज में बेतहाशा टैक्स बढ़ा दिया. लोगों के दूध-दही, आटा-छाछ पर टैक्स लगा दिया. यहां तक गुजरात में नवरात्रि में देवी के सामने होने वाले गरबा पर भी टैक्स लगा दिया. मौजूदा केंद्र सरकार आजादी के 75 साल की सबसे भ्रष्ट सरकार है. 10 लाख करोड़ इनके दोस्त खा गए, 6300 करोड़ में इन्होंने विधायक खरीदे और लाल किले से कहते हैं 'मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहा हूं. अरे बेवकूफ बना रहे हो देश के लोगों को गरीबों की हाय लगेगी."
विश्वास प्रस्ताव से पहले मार्शल ने बीजेपी विधायकों को सदन से बाहर किया
विश्वास प्रस्ताव पेश किए जाने से पहले विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायकों को सोमवार को सदन से बाहर कर दिया गया. बीजेपी के विधायक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाने और सरकारी स्कूलों में कक्षाओं के निर्माण पर केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) की रिपोर्ट, आबकारी नीति सहित विभिन्न मुद्दों पर संक्षिप्त चर्चा की मांग कर रहे थे. विधानसभा की उपाध्यक्ष राखी बिरला द्वारा ध्यानाकर्षण प्रस्ताव की मांग खारिज किए जाने के बाद बीजेपी विधायक सदन में आसन के सामने आ गए. बिरला ने इसके बाद उन्हें पूरे दिन के लिए सदन से बाहर जाने को कहा और बाद में उन्हें मार्शल की मदद से बाहर निकाला गया. बिरला ने विधानसभा में कहा, ‘‘ विधानसभा सत्र गंभीर मुद्दों पर चर्चा के लिए बुलाया गया है. विपक्षी दल के सदस्यों ने सदन का सम्मान नहीं किया और ऐसे में उन्हें मार्शल की मदद से बाहर निकलवाना पड़ा.’’
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