Delhi Assembly Session: दिल्ली विधानसभा का तीन दिवसीय सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है. जानकारी के मुताबिक दिल्ली की सातवीं विधानसभा के तीसरे सत्र के चौथे भाग की यह बैठक 16 जनवरी को सुबह 11 बजे से शुरू होगी. एमसीडी चुनावों के बाद मेयर पद के चुनाव को लेकर दिल्ली सरकार और एलजी के बीच लगातार तीखी तकरार देखने को मिल रही है. इस बीच दिल्ली विधानसभा की बैठक में सरकार और विपक्ष के बीच दिल्ली नगर निगम की बैठक के दौरान हुए हंगामे के मुद्दे को लेकर बवाल होने की संभावना जताई जा रही है.


इस शीतकालीन सत्र में एक और अहम बात यह भी है कि इस सत्र में प्रश्नकाल नहीं होगा. ऐसा माना जा रहा है कि प्रश्नकाल न होने के चलते विपक्ष सदन में हंगामा कर सकता है. दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी पहले ही इस मामले में दिल्ली सरकार का घेराव कर चुके हैं. रामवीर सिंह बिधूड़ी का आरोप है कि आम आदमी पार्टी की सरकार ये सब जानबूझकर कर रही है.


बिधूड़ी ने इस संदर्भ में विधानसभा में विरोध दर्ज कराने की बात की है. वहीं विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने बीजेपी के आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि प्रश्नकाल के लिए एक समय तय है और अगर उससे कम समय में सदन की बैठक बुलाई जाती है तो प्रश्न काल नहीं हो सकता है. गोयल ने आगे कहा कि बीजेपी हर मामले में राजनीति करती है जो कि ठीक नहीं है.


इन मुद्दों पर AAP और BJP होगी आमने-सामने
सूत्रों के हवाले से खबर है कि शीतकालीन सत्र में AAP सरकार वित्तीय वर्ष-2022-23 के संशोधित बजट का अनुमान पेश करेगी और इस दौरान योजनाओं को लेकर आंतरिक फंड भी दिया जाएगा .इसके अलावा विधानसभा समितियों की कुछ रिपोर्ट भी सदनमें पेश किए जाने की संभावना है. मेयर पद को लेकर हुए हंगामे के अलावा ऐसे कई मुद्दे हैं जिनको लेकर AAP और बीजेपी के बीच तीखी बहस देखने को मिल सकती है.


इस सत्र में सत्ता पक्ष उपराज्यपाल के सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप और नौकरशाही के जरिए काम में बाधा डालने के मुद्दे को लेकर भी सवाल उठा सकता है. इसके अलावा मोहल्ला क्लीनिक और AAP नेताओं पर लगातार पड़ रहे सीबीआई के छापे को लेकर भी सत्ता-विपक्ष के बीच बहस देखने को मिल सकती है.


बढ़ाई जा सकती है शीतकालीन सत्र की अवधि


देश में बढ़ते कोरोना मामलों के मद्देनजर शीतकालीन सत्र के दौरान सभी विधायकों को मास्क पहनने के निर्देश दिए गए हैं.बता दें कि दिल्ली विधानसभा की बैठक 16,17 और 18 जनवरी के लिए निर्धारित की गई है, लेकिन बीजेपी लगातार सत्र का समय बढ़ाने की मांग कर रही है. बीजेपी का आरोप है कि आम आदमी पार्टी सरकार ने जानबूझकर सदन के सत्र का समय कम रखा है. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि सदन की बैठक को बढ़ाया भी जा सकता है.


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