Delhi Assembly: 'भगवान ने चाहा तो फिर मिलेंगे', दिल्ली विधानसभा सत्र के अंतिम दिन एक-दूसरे से ऐसा क्यों बोले विधायक?
Delhi Assembly Session: दिल्ली में विधानसभा चुनाव में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है. इस बीच गुरुवार को इस कार्यकाल के विधनसभा के अंतिम सत्र का समापन हो गया. इसका पहला सत्र 24 फरवरी 2020 को हुआ था.
Delhi Assembly Session 2024: दिल्ली विधानसभा के इस कार्यकाल का अंतिम सत्र सम्पन्न हो गया है. इस सातवीं विधानसभा की पहली बैठक 24 फरवरी 2020 को हुई थी और आज इसका समापन 04 फरवरी को हुआ. इस सातवीं विधानसभा में कुल 74 बैठक संपन्न हुई है, जिसमें कुल 1095 प्रश्न सूचीबद्ध किया गया.
साथ ही विशेष उल्लेख के कुल 702 प्रश्न उठाए गए, जिसमें सदस्यों को अपने विचार रखने का पूरा मौका दिया गया. इन 5 सालों में कुल 26 विधेयक पारित किए गए और चार सरकारी संकल्प और 14 अन्य संकल्प भी पारित किए गए. इस दौरान सदन में हंगाम भी हुआ और शांतिपूर्ण चर्चा भी हुई.
पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप प्रत्यारोप को दौर
इन पांच सालों में कुल 13 प्रस्ताव पारित हुए तो कुल 39 अल्पकालिक चर्चा भी हुई, जिस दौरान पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप भी करते हुए नजर आए, लेकिन इसी बीच 13 ध्यानाकर्षण के मुद्दे भी सदन में उठाए गए, जिसपर पक्ष और विपक्ष दोनों ने अपनी बात मजबूती के साथ सदन के पटल पर रखा.
सातवीं विधानसभा में कुल 19 समितियों की रिपोर्ट टेबल की गई और उन्हें स्वीकार भी किया गया. इन 5 सालों में सदन के अंदर हंगामा भी हुआ सदन की कार्यवाही बाधित भी हुई. कई बार ऐसा हुआ कि सदन की कार्यवाही स्थगित भी हुई, लेकिन इन तमाम वाद-विवाद के बीच कई जनहित के मुद्दे सदन में उठाए गए, जिसपर पक्ष और विपक्ष दोनों ने सहमति भी जताई.
दिल्ली विधानसभा का चुनाव नजदीक आ गया और अब विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है. ऐसे में कई चेहरे ऐसे भी होंगे जो अगली बार विधानसभा की कार्यवाही में आपको नजर न आए और कुछ ऐसे भी चेहरे होंगे जो आपको पहली बार विधानसभा की कार्यवाही में नजर आए, लेकिन आज इन पांच सालों की खट्टी मीठी यादों के साथ सभी सदस्यों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान ने चाहा तो सदन में फिर मिलेंगे.