Delhi News: दिल्ली विधानसभा में AAP विधायक सहीराम ने पानी की समस्या को लेकर बात की. उन्होंने कहा कि, पानी की दिक्कत लगातार बढ़ती जा रही है. बात करने पर अधिकारी सिर्फ फाइल-फाइल खेल रहे हैं. आप विधायक ने बताया कि, साल में तीन या चार बार जलबोर्ड अपनी डिमांड फाइनेंस के पास भेजता है कि हमें कितना पैसा सीवर के लिए चाहिए, कितना पैसा पानी के रिपेयर के लिए चाहिए, लेकिन फाइनेंस विभाग कोई भी बहाना करके फाइल वापस भेज देती है. जो लोग कहते हैं सरकार काम नहीं करती है उन्हें मैं बता दूं सरकार ने पिछले सात आठ सालों में बहुत काम किया. मैं बता दूं कि दिल्ली जलबोर्ड ने पिछले कुछ सालों में दिल्ली में पानी की समस्या के लिए काफी काम काम किया, लेकिन मदद के अभाव से दिल्ली की जनता और जलबोर्ड के अधिकारी परेशान हैं.
'पानी के लिए आम लोग परेशान'
आप विधायक ने आगे कहा कि, मैं इसका उदाहरण देकर बता दूं कि, पिछले तीन सालों में मैं तुगलकाबाद के गावों के लिए 22 करोड़ की लागत से लाइन डाली, लेकिन अब हालत ये है कि अब सिर्फ तीन लाख के काम के लिए मैं तीन महीने से अधिकारियों से संपर्क कर रहा हूं लेकिन हो नहीं पा रहा है. इसके साथ ही पिछले महीने जो सरकारी टैंकर थे उनकी सप्लाई बंद हो गई. जब मैंने पूछा तो पता चला कि, पेट्रोल पंप वाले का भुगतान नहीं हुआ तो टैंकर की सप्लाई बंद हो गई. मैं एलजी साहब से पूछना चाहूंगा कि, छोटे-छोट पार्कों में जाकर आपको उद्घाटन करना याद रहता है लेकिन, उनको ये नहीं पता कि एक अगस्त से कुछ पानी के टैंकर आने बंद हो गए है.
एलजी के घर के बाहर दूंगा धरना
अगर मैं अपने विधानसभा के बात करुं तो पिछले एक अगस्त से 20 पानी के टैंकर हटा दिए गए बगैर ये सोचे कि इन लोगों को पानी कैसे मिलेगा. 20 टैंकर का मतलब कम से कम 20 हजार लोग प्रभावित हुए हैं. अगर बजट की बात करें तो बजट तो पास हो गया है, लेकिन रिलीफ कौन करेगा. अगर ये लोग हमारी तरह चुनाव लड़ कर आते तो उन्हें पता चलता कि किस विधानसभा में पानी के टैंकर की जरूरत है या किस जगह लाइन बिछाने की जरूरत है. साथ ही मैं ये कहता हूं कि मेरे यहा जो टैंकर आते थे वो जल्द से जल्द भेजे जाएं नहीं तो मैं एलजी के घर के आगे धरना दूंगा.