Delhi Assembly Updates: दिल्ली विधानसभा में हंगामेदार रहा पहला दिन, AAP-BJP विधायकों के बीच हुई नोंक-झोंक, LG पर लगाए गंभीर आरोप
Delhi Assembly Session News: दिल्ली विधानसभा के तीन दिवसीय सत्र का पहला दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया. स्पीकर राम निवास गोयल ने शोर शराबे के बीच कल तक के लिए सदन को स्थगित कर दिया.
Delhi Assembly Session Latest Update: सोमवार को दिल्ली विधानसभा (Delhui assembly Session) का तीन दिवसीय सत्र शुरू होते ही अपने-अपने मुद्दों को लेकर आप (AAP) और बीजेपी (BJP) विधायकों ने संदन में जमकर हंगामा मचाया. आप के विधायक एलजी (LG VK Saxena) की ओर से दिल्ली सरकार (Delhi Government) के कामकाज में हस्तक्षेप और एमसीडी (MCD) के मसले पर मनमाने फैसले के खिलाफ हंगामा मचाया तो बीजेपी विधायक विपक्ष की आवाज दबाने और दिल्ली सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर शोर मचाते रहे. नतीजा यह हुआ कि शोर शराब के बीच विधानसभा स्पीकर राम निवास गोयल ने सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी.
इससे पहले विधानसभा सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही शुरू होते ही LG और सरकार के बीच चल रही तकरार को लेकर आप प्रवक्ता और विधायक सौरभ भारद्वाज ने सदन में यह मुद्दा उठाया. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि LG ना तो कानून मानते हैं और ना ही संविधान मानते है. वह अपनी मनमर्जी से बीजेपी के इशारे पर काम कर रहे हैं. एलजी पर खुल्लमखुल्ला आरोप लगते ही बीजेपी विधायकों विरोध करना शुरू कर दिया. उसके बाद क्या था, सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने शोर मचाना शुरू कर दिया और स्पीकर ने मजबूर होकर सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी.
एलजी न तो कानून को मानते हैं, न हीं संविधान को: सौरभ भारद्वाज
विधानसभा सत्र के पहले दिन सदन की कार्यवाही सरकार के टीचरों का फिनलैंड में प्रशिक्षण के भेजने से रोके जाने पर चर्चा के साथ शुरू हुई. आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि दिल्ली की चुनी हुई सरकार ने साढ़े तीन साल की कानूनी लड़ाई के बाद 2018 में सुप्रीम कोर्ट दिल्ली सरकार और एलजी के अधिकार को लेकर अहम फैसला दिया था. उन्होंने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल के पास पब्लिक ऑर्डर, लैंड और पुलिस का अधिकार है. इसके अलावा, उनके पास और कोई अधिकार नहीं हैं.अगर कोई भी मामला उनके पास जाएगा तो उपराज्यपाल इसको ना नहीं कर सकते. उन्हें या तो उसे पास कर सकते हैं या फिर राष्ट्रपति के पास भेज सकते हैं.
चिंता की बात यह है कि वह हर फाइल को वापस भेज देते हैं. उनके पास इसका कोई अधिकार नहीं है.एलजी साहब ना कानून और ना ही संविधान को मानते हैं.सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ऑर्डर कहा जाता है.शीर्ष अदालत का फैसला एलजी के लिए आदेश है, कोई सलाह नहीं है.
LG पर लगाए आरोप बेबुनियाद: रामवीर सिंह विधुड़ी
वहीं दिल्ली विधानसभा में विपक्ष्ज्ञ के नेता रामवीर सिंह विधुड़ी, नेता विपक्ष सौरभ भारद्वाज को बीच में टोकते हुए कहा कि मैं, उपराज्यपाल की ओर से कहना चाहता हूं कि दिल्ली के एलजी ने कोई बात ऐसी नहीं कही है जो कानून सम्मत न हों. सौरभ भारद्वाज अपनी बात उपराज्यपाल के मुंह में क्यों डाल रहे हैं? सौरभ भारद्वाज इस सदन के अंदर गलत बयानी कर रहे हैं.आप विधायक का आरोप आधारहीन है.
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