Delhi विधानसभा समिति पुनर्गठित, सोमनाथ को विशेषाधिकार तो दुर्गेश को दी MCD की जिम्मेदारी, जानें BJP विधायकों को क्या मिला?
Delhi Assembly Committee: सौरभ भारद्वाज और आतिशी का दिल्ली सरकार में मंत्री बनने के बाद स्पीकर राम निवास गोयल को विधानसभा समितियों को पुनर्गठित करनी जरूरत पड़ी.
Delhi Assembly Speaker Reconstituted Vidhansabha Committee: दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने आप विधायक डॉ. सौरभ भारद्वाज और आतिशी के मंत्री बनने के बाद विधानसभा की कई समितियों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों के खाली हुए पदों को भर दिया है. पुनर्गठित समितियों में विशेषाधिकार, याचिकाओं और सरकारी आश्वासन समेत अहम समितियों का नेतृत्व सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने अपने पास रखा है.
वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक ओम प्रकाश शर्मा और विधायक अजय महावर को क्रमश: सदन के पटल पर रखे जाने वाले दस्तावेजों और पुस्तकालय से संबंधित समितियों का अध्यक्ष बनाया है. स्पीकर ने विधायक सौरभ भारद्वाज और आतिशी के अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली सरकार में मंत्री बनने के कारण उन्हें 2023-24 के लिए सदन की समितियों के पुनर्गठन की आवश्यकता पड़ी.
एमसीडी समिति की अध्यक्षता करेंगे दुर्गेश पाठक
खास बात यह है कि विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल खुद कार्य मंत्रणा, नियम, सामान्य उद्देश्यों और निजी सदस्य विधेयकों एवं प्रस्तावों पर समितियों की अध्यक्षता करेंगे. आप विधायक सोमनाथ भारती विशेषाधिकार समिति की अध्यक्षता करेंगे, जो अभी विधानसभा के सदस्यों द्वारा पूछे गए सवालों का कुछ विभागों द्वारा जवाब न दिए जाने के मुद्दे से निपट रही है. वहीं, आप विधायक राजेश गुप्ता को याचिका समिति का अध्यक्ष बनाया गया है, जिसने दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव समेत तीन शीर्ष अधिकारियों पर वृद्धावस्था पेंशन रोकने और मोहल्ला क्लिनिक के कामकाज में बाधा डालने के आरोपों को लेकर कार्रवाई की सिफारिश की है. आप के मुख्य सचेतक दिलीप पांडे शांति एवं सौहार्दता संबंधी समिति की अध्यक्षता करेंगे. वहीं, बुराड़ी से आप विधायक को सरकारी आश्वासन समिति का अध्यक्ष नियुक्त् किया गया है. प्रश्न और संदर्भ समिति की अध्यक्षता उपाध्यक्ष राखी बिड़ला करेंगेी.
आप विधायक मोहनिया आचार समिति के प्रमुख बनाए गए हैं. आप नेता और राजेंद्र नगर के विधायक दुर्गेश पाठक एमसीडी पर दिल्ली विधानसभा समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. बता दें कि दिल्ली विधानसभा की 23 समितियों और सात विभाग संबंधित स्थायी समितियों का पुनर्गठन किया गया है. इन समितियों का कार्यकाल एक साल का होता है, लेकिन ये अध्यक्ष द्वारा पुनर्गठित किए जाने तक कम करती हैं.
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