Anil Chaudhary Attacks on AAP And BJP: दिल्ली विधानसभा (Delhi Assembly) में आज से शीतकालीन सत्र की शुरुआत हुई, जहां पूरा दिन आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) और बीजेपी के एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के बीच बीत गया. शीतकालीन सत्र के पहले दिन किसी भी जन कल्याण के मुद्दे पर बहस या सवाल जवाब नहीं हुआ. इसे लेकर कांग्रेस (Congress) ने एक बार फिर से आम आदमी पार्टी और बीजेपी को घेरते हुए सत्र का एक दिन बर्बाद करने का आरोप लगा रही है. दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने आप और बीजेपी पर लोगों के काम के बदले, राजनीतिक नौटंकी और आरोप-प्रत्यारोप कर शीतकालीन सत्र का पहला दिन बर्बाद करने का आरोप लगाया है.
इस दौरान अनिल चौधरी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर ज्यादा हमलावर होते हुए कहा कि वो हर जगह अपने शिक्षा मॉडल की बात करते रहते हैं, जबकि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल सहित हजारों शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं और उसे भरने की तरफ उनका ध्यान नहीं जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस 15 साल तक दिल्ली में सत्ता में थी, तब शीला दीक्षित सरकार ने कभी भी राजनीतिक लाभ के लिए विधानसभा सत्रों का दुरुपयोग नहीं किया.
कांग्रेस का दावा- सरकारी स्कूलों में गिर रहा शिक्षा का स्तर
उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित सरकार में केवल दिल्ली के नागरिकों और शहर के विकास से जुड़े मुद्दों से संबंधित महत्वपूर्ण कार्यों को करने के लिए अधिकतर काम किया. अनिल चौधरी ने आगे कहा कि पिछले 8 सालों से सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर लगातार गिर रहा है, लेकिन सीएम केजरीवाल और डिप्टी सीएम सिसोदिया फर्जी डाटा के साथ लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए दिल्ली के शिक्षा मॉडल के बारे में झूठे दावे कर रहे हैं.
8 सालों में एक भी नया स्कूल नहीं बनाया गया: अनिल चौधरी
आप के चुनावी घोषणा पत्र का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि एक आरटीआई के जवाब अनुसार अप्रैल 2022 तक दिल्ली में स्कूलों के लिए 57 प्लॉट खाली पड़े थे, लेकिन पिछले 8 सालों में एक भी नया स्कूल नहीं बनाया गया, जबकि चुनावी घोषणा पत्र में 500 नए स्कूल बनाने का वादा किया था. क्लास रूम की मरम्मत के नाम पर केवल जनता के पैसे की लूट करके भ्रष्टाचार किया है, जिसकी एलजी ने जांच के आदेश दिए हैं.
'केजरीवाल दिल्ली को सुशासन प्रदान करने में विफल'
केजरीवाल सरकार के पिछले 8 सालों के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए अनिल चौधरी ने कहा कि सीएम और डिप्टी सीएम वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, महंगाई, बेरोजगारी, व्यापारी, आम लोगों की दुर्दशा जैसे मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने के लिए विज्ञापनों के माध्यम से प्रचार करके झूठ फैला रहे हैं.दिल्ली की दुर्दशा ने साबित कर दिया है कि केजरीवाल दिल्ली को सुशासन प्रदान करने में पूरी तरह विफल साबित हुए हैं.
अनिल चौधरी बोले- आप-बीजेपी को लोगों के स्वास्थ्य के प्रति चिंता नहीं
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि यह चौंकाने वाला है कि दिल्ली को एक बार फिर दूसरा सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया गया है, लेकिन आम आदमी पार्टी और बीजेपी को लोगों के स्वास्थ्य के प्रति कोई चिंता नहीं है. वायु प्रदूषण लोगों, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर रहा हैं. उन्होंने कहा कि सीएम केजरीवाल अभी भी एक एनजीओ की मानसिकता के साथ काम कर रहे हैं, जो स्पष्ट करता है कि नवनिर्वाचित आप के पार्षदों ने एमसीडी हाउस के पहले ही सत्र में तब गुंडागर्दी की जब मेयर, डिप्टी मेयर और स्थाई समिति का चुनाव होना था.
आप और बीजेपी पार्षदों के बीच झड़प पर ये बोले अनिल चौधरी
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इसी तरह की प्रक्रिया नए पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह भी दोहराई गई. आम आदमी पार्टी और बीजेपी पार्षदों के बीच झड़प के कारण सत्र गतिरोध में समाप्त करना पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप महापौर का चुनाव स्थगित कर दिया गया, जो हाउस और लोकतांत्रिक चुनाव प्रक्रिया का अपमान था, जबकि दिल्ली ने एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी को बहुमत दिया.
ये भी पढ़ें- Delhi Corona Update: दिल्ली से हटा कोरोना का साया! पिछले 24 घंटे में न नया केस और न ही कोई मौत