Delhi Traffic Violations : दिल्ली के लोग ट्रैफिक रूल की धज्जियां उड़ाने में सबसे आगे हैं. केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले हफ्ते राज्यसभा में देशभर के कुल 115 शहरों के एकीकृत यातायात प्रबंधन प्रणाली (Integrated Traffic Management System) यानी आईटीएमएस के जरिए जारी किए गए ई-चालान के आंकड़े पेश किए. इन आंंकड़ों से उभरकर ये बात सामने आई है. 


ई-चालान के मामले में गुड़गांव तो राजस्व में चंडीगढ़ दूसरे स्थान पर 


दिल्ली में ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन करने पर पिछले साल हर दिन औसतन 16000 चालान काटे गए और हर दिन ई-चालान से 6 लाख रुपये की औसतन राजस्व वसूली हुई. पूरे साल में दिल्ली के सभी जिलों को मिलाकर 59.40 लाख ई-चालान जारी किए गए और 22 करोड़ 15 लाख रुपये की राजस्व वसूली हुई. यदि चालान काटने की बात करें तो गुरुग्राम दूसरे स्थान पर है. गुरुग्राम में कुल 6.79 लाख ई-चालान काटे गए लेकिन राजस्व वसूली की बात की जाए तो इस मामले में चंडीगढ़ पूरे देश में दूसरे स्थान पर है. चंडीगढ़ में ई-चालान तो 4 लाख 80 हजार ही कटे लेकिन राजस्व वसूली 8.56 करोड़ रुपये की गई जबकि गुरुग्राम में राजस्व वसूली 4.0ि3 करोड़ रुपये ही रही.  


वर्ष 2018 की तुलना में 16 गुना कटे ई-चालान


वर्ष 2022 में दिल्ली एनसीआर से ई-चालान से राजस्व प्राप्ति की बात करें तो गौतमबुद्ध नगर से 3.17 करोड़ रुपये, फरीदाबाद से 2.11 करोड़ रुपये और गाजियाबाद से 1.09 करोड़ रुपये की राजस्व वसूली हुई. वर्ष 1918 में दिल्ली में मात्र 3.81 लाख चालान काटे गए थे, जबकि वर्ष 2022 में ये आंकड़ा 59.4 लाख है. ये करीब 16 गुना अधिक है.  तब राजस्व 36.67 लाख आया था जो अब 22 करोड़ 15 लाख है. बताया जाता है कि वर्ष 2020 में जब कोरोना की वजह से देश भर में तालाबंदी चल रही थी तो दिल्ली में 1 करोड़ 20 लाख से अधिक चालान काटे गए थे.


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